कोरोना से जंगः हड़ताल पर गए एंबुलेंस कर्मी काम पर लौटे, नहीं मिल रहे थे मास्क-ग्लब्स-सेनेटाइजर, लटका था वेतन
By गुणातीत ओझा | Published: April 1, 2020 02:33 PM2020-04-01T14:33:38+5:302020-04-01T14:33:38+5:30
कर्मचारियों ने खत लिखकर मांग की थी कि एंबुलेंस में खुद के सुरक्षा के लिए उपकरण जैसे- मास्क, ग्लब्स, सेनेटाइजर, पीपीई, हैंडवाश आदि की कमियों को पूरा किया जाए। वहीं, जनवरी से लेकर अब तक दोनों माह की सैलेरी तत्काल रूप से दी जाए। साथ ही कोरोना जैसी महामारी में काम करने के लिए प्रोत्साहन राशि सैलरी में वृद्धि के साथ दी जाए।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 102 और 108 एंबुलेंस सेवा के चालक संगठन ने शासन के अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद अपनी हड़ताल समाप्त कर दी है। चालक संघ के एक पदाधिकारी ने बुधवार को बताया कि '' मुख्य चिकित्साधिकारी और जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों से बातचीत के बाद 102 और 108 एंबुलेंस सेवा के चालकों की हड़ताल देर रात समाप्त हो गयी है ।'' उन्होंने बताया,‘‘ हमें आश्वासन दिया गया है कि ड्यूटी करते समय हमें पर्याप्त सुरक्षा दी जायेगी। हमारी मुख्य मांग दो महीने के बकाये वेतन की थी जिसमें से एक माह के वेतन का कल भुगतान हो गया जबकि मार्च माह के वेतन का भुगतान आठ अप्रैल तक किये जाने का आश्वासन दिया गया है।’’ अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने मंगलवार को बताया था कि मुख्यमंत्री ने 102 व 108 एंबुलेंस के कर्मचारियों के वेतन और मानदेय देने के निर्देश जारी कर दिए हैं, जिससे उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
बताते चलें कि कर्मचारियों ने खत लिखकर मांग की थी कि एंबुलेंस में खुद के सुरक्षा के लिए उपकरण जैसे- मास्क, ग्लब्स, सेनेटाइजर, पीपीई, हैंडवाश आदि की कमियों को पूरा किया जाए। वहीं, जनवरी से लेकर अब तक दोनों माह की सैलेरी तत्काल रूप से दी जाए। साथ ही कोरोना जैसी महामारी में काम करने के लिए प्रोत्साहन राशि सैलरी में वृद्धि के साथ दी जाए। कर्मचारियों का कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा 50 लाख का बीमा तत्काल प्रभाव से हमारे एंबुलेंस कर्मचारियों पर लागू किया जाए।
उत्तर प्रदेश में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 100 के पार पहुंची
उत्तर प्रदेश में कोविड-19 संक्रमित लोगों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है। राज्य में सात नए मामले सामने आने के साथ कोरोना वायरस मरीजों की संख्या बढ़कर 103 हो गई है। स्वास्थ्य निदेशालय से मंगलवार को मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश के बरेली में कोविड-19 संक्रमण के पांच और नोएडा तथा गाजियाबाद में एक—एक मामला सामने आया है। इसके साथ ही मरीजों की संख्या 103 हो गई है।
नोएडा में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस संक्रमित
इनमें नोएडा के सबसे ज्यादा 39 मामले शामिल हैं। इसके अलावा मेरठ में 19, आगरा में 11, लखनऊ में नौ, गाजियाबाद में आठ, बरेली में छह, वाराणसी और पीलीभीत में दो—दो, लखीमपुर खीरी, कानपुर, मुरादाबाद, शामली, जौनपुर, बागपत और बुलंदशहर में एक-एक मामला सामने आया है। इन मरीजों में से 17 पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। इनमें आगरा के आठ, नोएडा के छह, गाजियाबाद के दो और लखनऊ का एक मरीज शामिल है। इस बीच, स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने संवाददाताओं को बताया कि कोविड-19 संक्रमण के ये मामले कुल 75 में से 15 जिलों से आये हैं। इनमें भी 50 प्रतिशत से ज्यादा प्रकरण केवल नोएडा और मेरठ से हैं। उन्होंने बताया कि इस समय हम बहुत महत्वपूर्ण दौर में प्रवेश कर रहे हैं। गत 17 मार्च को देश में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 100 से कुछ ज्यादा थी। अगले 12 दिनों में वह 100 से एक हजार तक पहुंची। अब 100 की संख्या के बाद का दौर बहुत महत्वपूर्ण होता है।