कोरोना संक्रमण का बढ़ रहा खौफ, अभी यह है शुरुआती चरण में, जांच के लिए सप्ताह के अंत तक शुरू होंगी 49 नई लैब
By नितिन अग्रवाल | Published: March 18, 2020 09:27 AM2020-03-18T09:27:16+5:302020-03-18T09:27:16+5:30
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने बताया कि कोरोना के चार चरण हैं. लेकिन अभी देश में इस वायरस का दूसरा चरण में है.
देश में कोरोना संक्रमण के खौफ का साया बढ़ता जा रहा है लेकिन भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने पुष्टि की है कि अभी यह शुरुआती चरण में है. फिलहाल यह सामुदायिक प्रसार के चरण में नहीं पहुंचा है. हालांकि कोरोना संक्रमण के हर रोज सामने आ रहे नए मामलों के चलते इसकी जांच में तेजी लाने के लिए कमर कस ली गई है.
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने बताया कि कोरोना के चार चरण हैं. लेकिन अभी देश में इस वायरस का दूसरा चरण में है. तीसरे चरण में इसका सामुदायिक प्रसार होता है. हालांकि यहां ऐसा नहीं होने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि कोरोना का विस्तार कितना होता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम अपनी आंतरिक सीमाओं को कितना मजबूती से बंद करते हैं. सरकार ने इसके लिए बेहतर कदम उठाए हैं लेकिन यह नहीं कह सकते कि हमारे यहां सामुदायिक प्रसार नहीं होगा. यदि सामुदायिक प्रसार होता है तो फिर हम तीसरे चरण में आ जाएंगे.
49 नए जांच केंद्र इस सप्ताह के अंत तक काम करने लगेंगे
भार्गव ने बताया कि कोरोना की जांच आईसीएमआर की 72 लैब (जांच केंद्र) में की जा रही है. इसके अतिरिक्त 49 नए जांच केंद्र इस सप्ताह के अंत तक काम करने लगेंगे. इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) से प्रमाणित निजी जांच केंद्रों में भी कोरोना संक्र मण की जांच की जाएगी. इन्हें यह जांच मुफ्त में करने को कहा गया है. इसमें सीएसआईआर, डीआरडीओ, डीबीटी सरीखी सरकारी लेबोरेटरी और सरकारी मेडिकल कॉलेजों को भी शामिल किया जा रहा है. 9100 नमूनों की जांच आईसीएमआर के एक वैज्ञानिक ने बताया कि मौजूदा जांच केंद्रों पर प्रतिदिन 500 से 600 जांच के नतीजे आ रहे हैं. जल्द ही इस क्षमता को बढ़ाकर 1500 प्रतिदिन किया जाएगा.
परीक्षण केंद्रों की क्षमता बढ़ाने के लिए 10 लाख जांच किट उपलब्ध कराई गई हैं. इसके अतिरिक्त विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से एक मिलियन अतिरिक्त जांच किट उपलब्ध कराने का अनुरोध और किया गया है. आईसीएमआर का एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्र म देश में परीक्षण प्रक्रि या को देखता है. जिसके तहत 30 जनवरी से 16 मार्च तक कोरोना के 9100 नमूनों में संक्र मण की जांच की गई. जिनमें से 114 मामलों में इसकी पुष्टि हुई.
महाराष्ट्र में सबसे अधिक मामले गौरतलब है कि हर रोज देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. पिछले 24 घंटे में 12 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है. अब तक देशभर में 137 मामले सामने आए हैं, जिसमें महाराष्ट्र से एक तीन साल की बच्ची भी शामिल है. कोरोना से महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित है. मुंबई, नवी मुंबई और यवतमाल में कोरोना वायरस के 5 नए मामले सामने आने के साथ ही महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या 39 हो गई है. जिनमें सबसे अधिक 16 मामले पुणे में सामने आए हैं.