कोरोना वायरस का टीकाः अब तक 999065 लोगों को वैक्सीन, कोई मृत्यु नहीं, राजस्थान में एलर्जी जैसी शिकायत
By एसके गुप्ता | Published: January 21, 2021 08:10 PM2021-01-21T20:10:29+5:302021-01-21T20:11:39+5:30
उत्तर प्रदेश में कोविड-19 टीकाकरण के शुक्रवार को आयोजित होने जा रहे दूसरे चरण में डेढ़ लाख स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा।
नई दिल्लीः देश में वैक्सीनेशन के छठे दिन तक 999065 लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त स्वास्थ्य सचिव मनोहर अगनानी ने कहा कि गुरुवार को राजस्थान में एक व्यक्ति को वैक्सीन लगने के बाद एलर्जी जैसी शिकायत हुई।
जिन्हें उदयपुर के अस्पताल में भर्ती किया गया है। 27 राज्यों और संघशासित राज्यों में गुरुवार को 192581 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। इसके अलावा को-विन एप के साफ्टवेयर में एक से अधिक वैक्सीन सत्र आयोजित करने का प्रावधान किया गया है। इसमें प्लानिंग और शेड्यूलिंग को सप्ताह भर के लिए इनेबल किया गया है।
हर्षवर्द्धन ने गुरुवार को डिजिटल अभियान आईईसी शुरू किया
मनोहर अगनानी ने कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम पर लोगों को जागरूक करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्द्धन ने गुरुवार को डिजिटल अभियान आईईसी शुरू किया है। इसमें प्रसिद्ध अस्पतालों के प्रमुखों और कोरोना अभियान से जुड़े विशेषज्ञ जिन्होंने वैक्सीन लगवाई है। उनका क्या अनुभव रहा है और वैक्सीन को लेकर क्या कहते हैं? वह सब जानकारी दी गई है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि आइये हम निराधार दुष्प्रचार पर पूर्ण विराम लगाएं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सही सूचना विश्वसनीय और पुष्ट स्रोतों जैसे कि स्वास्थ्य मंत्रालय, पत्र सूचना कार्यालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, माइ गोव वेबसाइट आदि से प्राप्त करें। डा. हर्षवर्द्धन ने कहा कि “सत्य शक्तिशाली है और सदैव विद्यमान रहता है।” उन्होंने सभी को सत्य के नेक चक्र के विस्तार के लिए आईईसी पोस्टरों को साझा करने को प्रोत्साहित किया।
जानेमाने अस्पतालों के सभी प्रमुख डॉक्टरों ने वैक्सीन लगवाई
वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावशीलता को लेकर उन्होंने कहा, “जानेमाने अस्पतालों के सभी प्रमुख डॉक्टरों ने वैक्सीन लगवाई और इसके वांछित परिणाम से संतुष्ट होकर इसकी प्रशंसा की। केवल कुछ मुट्ठी भर निहित राजनीतिक स्वार्थ के लोग ही अफवाह फैलाने के इच्छुक हैं और वे ऐसे दुष्प्रचार के छलावे में आने वाले लोगों में वैक्सीन को लेकर संदेह की स्थिति उत्पन्न कर रहे हैं।
यह विरोधाभास है कि विश्व भर के देश भारत से वैक्सीन की मांग कर रहे हैं, जबकि हमारे यहां एक वर्ग संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ के लिए दुष्प्रचार और भ्रम फैला रहा है।” उन्होंने कहा कि सरकारी और निजी क्षेत्र के कई अन्य हेल्थ वर्कर के साथ प्रमुख डॉक्टरों ने कोविड-19 की वैक्सीन लगवाई और वे बिना किसी साइड इफेक्ट के तुरंत अपना काम करने लगे।
अश्विनी कुमार चौबे ने वैक्सीनेशन अभियान को कोविड के खिलाफ अंतिम प्रहार बताया
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डा. अश्विनी कुमार चौबे ने वैक्सीनेशन अभियान को कोविड के खिलाफ अंतिम प्रहार बताया और कहा कि 16 जनवरी का दिन इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाएगा, क्योंकि इस दिन महामारी के अंत की उलटी गिनती की शुरुआत हुई। उन्होंने सभी से अपील की कि वे झूठ के अभियान पर यकीन न करें, लेकिन सही सूचना साझा करके सभी की मदद करें।
अभियान में आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव, निदेशक एम्स डॉ. रणदीप गुलेरिया, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. एन.एन. माथुर, सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस.वी. आर्य, राम मनोहर लोहिया अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राणा ए.के. सिंह के अनुभवों को पोस्टर में साझा किया गया है।