अपराधियों को पकड़ते समय कोरोना वायरस संबंधी सावधानी भी आपातकालीन सेवा 112 के नये प्रशिक्षण में शामिल
By भाषा | Published: November 6, 2020 11:55 AM2020-11-06T11:55:20+5:302020-11-06T11:55:20+5:30
लखनऊ, छह नवंबर उत्तर प्रदेश की आपातकालीन सेवा यूपी-112 में तैनात पुलिकर्मियों को अब कोविड-19 से बचाव का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है और इसके तहत उन्हें अपराधी को पकड़ते समय कोरोना वायरस संबंधी प्रोटोकॉल का पालन करना सिखाया जा रहा है।
प्रदेश पुलिस की आपातकालीन सेवा 112 में करीब 32 हजार पुलिसकर्मी तैनात हैं। इनमें से तीन हजार पुलिसकर्मी चार पहिया वाहनों पर जबकि 1,500 पुलिसकर्मी दो पहिया वाहनों से ड्यूटी करते हैं। कोविड-19 महामारी शुरू होने के बाद से इनमें से अब तक 567 पुलिसकर्मी संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें से 533 स्वस्थ हो चुके है और 27 का अभी इलाज चल रहा है। सात पुलिसकर्मियों की कोविड-19 से मौत हो गयी।
अपर पुलिस महानिदेशक (यूपी-112) असीम अरूण ने शुक्रवार को 'भाषा' को बताया कि कोरोना वायरस की परेशानियों के साथ पुलिस के सामने भी कई चुनौतियां नये रूप में सामने आई हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे किसी भी अपराधी को संदिग्ध अवस्था में पकड़ें या किसी को पूछताछ अथवा तलाशी के लिये रोकें, तो यह मानकर चलें कि वह कोविड-19 रोगी हो सकता है।
अरुण ने बताया कि इसलिए बेहतर पुलिसिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पुलिसकर्मियों को तलाशी तथा गश्त के आधुनिक तरीके बताये जा रहे हैं। इसके अलावा वर्तमान परिवेश को देखते हुए यदि किसी आरोपी को गिरफ्तार करना पड़ता है, तो उसके लिए क्या-क्या सावधानियां बरतनी होंगी, इन सब जानकारियों को नए प्रशिक्षण का हिस्सा बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि आपातकालीन सेवा में तैनात पुलिसकर्मियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे किसी भी अपराधी को पकड़ने या पूछताछ करने के दौरान मास्क का प्रयोग करें, बाद में अपने हाथ साबुन से धोएं और अगर पकड़े गये व्यक्ति पर कोविड-19 से ग्रस्त होने का कोई संदेह है तो अपने कपड़ें भी बदल लें और अतिरिक्त सावधानी बरतें।
अरूण ने बताया कि भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए प्रदेश के 72 जिलों में 3,174 पुलिसकर्मियों को अब तक प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में शामिल होने वाले प्रत्येक पुलिसकर्मी की कोविड जांच कराना अनिवार्य है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शुरू हुए ‘मिशन शक्ति’ के बारे में भी पुलिसकर्मियों को जानकारी दी जा रही है।