Fact Check: भारत में 15 अगस्त को लांच होगा कोरोना वैक्सीन?, केंद्र सरकार के विज्ञान मंत्रालय ने दिया ये जवाब
By अनुराग आनंद | Published: July 5, 2020 09:13 PM2020-07-05T21:13:26+5:302020-07-05T21:13:26+5:30
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने रविवार को कहा कि दुनिया में तैयार हो रहे 140 वैक्सीन में से 11 ह्यूमन ट्रायल फेज में पहुंच चुके हैं, इसमें 2 भारतीय वैक्सीन हैं।
नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से वृद्धि हो रही है। आज (रविवार) भारत में कोरोना संक्रमण के करीब 24 हजार 850 नए मामले सामने आए हैं। ऐसे में एक सामने आ रही थी कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए 15 अगस्त को नरेंद्र मोदी सरकार कोरोना वैक्सीन लांच कर सकती है।
अब इस मामले में अब केंद्र सरकार ने सफाई दी है। टीओआई रिपोर्ट की मानें तो भारत सरकार के विज्ञान मंत्रालय ने 2021 से पहले इस तरह के किसी वैक्सीन के लांच किए जाने की बात को खारिज कर दिया है।
भारत सरकार के विज्ञान मंत्रालय ने कोरोना वैक्सीन के बारे में ये कहा-
बता दें कि केंद्र सरकार के विज्ञान मंत्रालय ने कहा है कि कोई भी वैक्सीन 2021 से पहले उपलब्ध होने की संभावना नहीं है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने रविवार को कहा कि दुनिया में तैयार हो रहे 140 वैक्सीन में से 11 ह्यूमन ट्रायल फेज में पहुंच चुके हैं, लेकिन यह संभावना नहीं है कि इनमें से कोई भी अगले साल से पहले बड़े पैमाने पर उपयोग के लिए तैयार हो जाएगा।
दुनिया में ह्यूमन ट्रायल फेज तक पहुंचे 11 वैक्सीन में से 2 भारतीय-
ह्यूमन ट्रायल फेज तक पहुंचे 11 वैक्सीन में से दो भारतीय हैं। पहला आईसीएमआर के सहयोग से भारत बायोटेक ने तैयार किया है तो दूसरा जायडस कैडिला ने विकसित किया है। इन्हें मानव परीक्षण के लिए मंजूरी मिल गई है।
मंत्रालय ने कहा, ''छह भारतीय कंपनियां वैक्सीन पर काम कर रही हैं। दो भारतीय वैक्सीन COVAXIN और ZyCov-D सहित 11 वैक्सीन मानव परीक्षण फेज में हैं। इनमें से कोई भी 2021 से पहले बड़े पैमाने पर उपलब्ध होने की संभावना नहीं है।''
ICMR ने 15 अगस्त को वैक्सीन लांच करने की बात कही थी-
आईसीएमआर की तरफ से कोरोना की वैक्सीन पर काम कर रही 12 संस्थानों को पत्र लिखकर फास्ट ट्रैक क्लीनिकल ट्रायल करने के लिए कहा था। इसमें कहा गया था कि संस्था स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त को वैक्सीन लॉन्च करने के बारे में सोच रही है।
इसके बाद इस पर विवाद शुरू हो गया। इस मामले में अब आईसीएमआर ने कहा है कि ऐसा इसलिए संस्थाओं से कहा गया था ताकी वह जरूरी काम पर ज्यादा ध्यान दें और जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन तैयार करें।