Corona Update: भारत में कोरोना के 54 लाख के पार हुए केस, पिछले 24 घंटों में 92605 मामले आए सामने
By रामदीप मिश्रा | Published: September 20, 2020 09:54 AM2020-09-20T09:54:27+5:302020-09-20T09:54:27+5:30
देश में संक्रमण से स्वस्थ होने की दर करीब 80 प्रतिशत हो गयी है, वहीं संक्रमण से मृत्यु दर घटकर 1.61 प्रतिशत रह गयी है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘अब भारत में दुनिया भर में संक्रमण से स्वस्थ हुए लोगों की करीब 19 प्रतिशत संख्या है।
नई दिल्लीः कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकारों की लाख कोशिशों के बावजूद भी प्रकोप थमता नजर नहीं आ रहा है। देश में कोरोना के मरीज 54 लाख से पार हो गए हैं। इस बीच देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 92,605 नए मामले सामने आए। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 1133 मरीजों की मौत हुई है। अबतक 54,00,620 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमे से 10,10,824 सक्रिय मामले हैं और 43,03,044 लाख ठीक हो गए हैं, जिन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। वहीं, 86,752 मरीजों की मौत हो चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि भारत ने कोविड-19 रोगियों के स्वस्थ होने के मामले में ऐतिहासिक वैश्विक उपलब्धि हासिल करते हुए अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है और इस मामले में शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है। मंत्रालय ने कहा कि देश में अब तक 42,08,431 कोविड-19 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं जो दुनिया के सभी देशों में संक्रमणमुक्त हुए रोगियों की सर्वाधिक संख्या है।
देश में संक्रमण से स्वस्थ होने की दर करीब 80 प्रतिशत हो गयी है, वहीं संक्रमण से मृत्यु दर घटकर 1.61 प्रतिशत रह गयी है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘अब भारत में दुनिया भर में संक्रमण से स्वस्थ हुए लोगों की करीब 19 प्रतिशत संख्या है। इसके कारण संक्रमणमुक्त होने की राष्ट्रीय दर मजबूती से सुधरकर 79.28 प्रतिशत हो गयी है।’’
भारत उन कुछ देशों में है जहां रोजाना बड़ी संख्या में जांच की जा रही है। देश में प्रयोगशालाओं के बेहतर नेटवर्क और इस तरह की अन्य सुविधाओं से इसमें पर्याप्त सहायता मिली है। इस उपलब्धि के आधार पर प्रति दस लाख पर जांच में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि वह बढ़ते क्रम की निरंतरता की इस प्रवृत्ति को बनाए रखेगा। जनवरी में सिर्फ पुणे में देश की एकमात्र प्रयोगशाला थी और अब देश में इसकी संख्या बढ़ कर 1678 हो गई है। इसमें 1,040 प्रयोगशालाएं सार्वजनिक क्षेत्र की जबकि 638 प्रयोगशालाएं निजी क्षेत्र की हैं।