राजस्थान, मध्य प्रदेश में कांग्रेस चलाएगी ‘संविधान बचाओ’ कार्यक्रम
By भाषा | Published: May 6, 2018 01:49 PM2018-05-06T13:49:52+5:302018-05-06T13:49:52+5:30
एक सूत्र ने कहा , ‘‘ कर्नाटक विधानसभा चुनावों के बाद दोनों राज्यों में यह कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। कांग्रेस इस दौरान संविधान और दलितों पर हुये हमलों को रेखांकित करेगी। ’’
नयी दिल्ली, 6 मई: कांग्रेस के जल्द ही राजस्थान और मध्य प्रदेश में ‘ संविधान बचाओ ’ अभियान और दलितों के बीच अपनी पैठ बढ़ाने के लिये कार्यक्रम शुरू करने की उम्मीद है। इस दोनों राज्यों में इसी साल चुनाव होने हैं। सूत्रों ने आज यह जानकारी दी।
एक सूत्र ने कहा , ‘‘ कर्नाटक विधानसभा चुनावों के बाद दोनों राज्यों में यह कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। कांग्रेस इस दौरान संविधान और दलितों पर हुये हमलों को रेखांकित करेगी। ’’ कर्नाटक में 12 मई को चुनाव होने हैं। (जरूर पढ़ेंः कर्नाटक चुनावः अमित शाह ने पेरियापटना का फीका रोड शो देख कैंसिल किया वरुणा का कार्यक्रम!)
राष्ट्रीय राजधानी में 23 अप्रैल को शुरू किये गए इस अभियान का उद्देश्य भाजपा के शासन के दौरान संविधान और दलितों , अन्य पिछड़ा वर्गों व अल्पसंख्यकों पर हुये कथित हमलों को रेखांकित करना था।
मध्य प्रदेश में भाजपा पिछले 15 सालों से शासन में है। वर्ष 2013 में हुये चुनावों में राज्य की 230 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 165 सीटें हासिल हुई थीं। कांग्रेस के खाते में सिर्फ 58 सीटें आई थीं।
भाजपा ने राजस्थान में वर्ष 2013 में हुये चुनावों में भारी सफलता हासिल की थी। उसे राज्य की 200 में से 163 विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी। कांग्रेस के खाते में सिर्फ 21 सीटें आई थीं। (जरूर पढ़ेंः कर्नाटक चुनावः इन 11 दिग्गज नेताओं को किसी पार्टी की नहीं, पार्टी को इनकी जरूरत)
मध्य प्रदेश में अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित 35 सीटों में से भाजपा ने दो तिहाई पर अपना कब्जा जमाया था। कांग्रेस को ऐसी महज चार सीटें मिली थीं।
वहीं राजस्थान में वर्ष 2013 में अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित 33 सीटों में से भाजपा ने 31 सीटें जीती थीं। सूत्र ने कहा , ‘‘ इस के अंत तक जब दोनों राज्यों में चुनाव होंगे तो स्थिति ऐसी नहीं रहने वाली। कांग्रेस प्रभावशाली प्रदर्शन करेगी। आरक्षित सीटों पर ध्यान होगा। ’’