लाइव न्यूज़ :

यूपी में कांग्रेस की यह रणनीति बिगाड़ सकती है सपा, बसपा और बीजेपी का खेल!

By विकास कुमार | Updated: January 16, 2019 12:26 IST

2009 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को प्रदेश में 21 लोकसभा की सीटें हासिल हुई थी. सपा को 23 और बसपा को 20 सीटें मिली थी वहीं भाजपा 10 सीटों पर सिमट गई थी. कांग्रेस इसी तरह के परिणाम की अपेक्षा इस बार भी लगाये हुए है.

Open in App

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अकेले मैदान में उतरने जा रही है. सपा और बसपा के हलके में लेने के बाद राहुल गांधी ने घोषणा किया है कि उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी और नतीजे चौंकाने वाले होंगे. पिछले दो दशक से प्रदेश की राजनीति में हाशिये पर खड़ी कांग्रेस पार्टी इस बार यूपी में चमत्कार करने का दावा कर रही है और इसके लिए खुद प्रियंका गांधी चुनाव का कमान अपने हांथ में लेने वाली हैं. 

कांग्रेस की रिसर्च टीम सभी सीटों का सर्वे कर रही है और आधुनिक तकनीकों का भी सहारा लिया जा रहा है. जिसमें डेटा पॉलिटिक्स भी शामिल है. कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद और राहुल गांधी की अध्यक्षता में डेटा सेल का गठन कर चुकी है और अब तमाम सीटों का मूल्यांकन किया जा रहा है. 

क्या प्रियंका लड़ेंगी रायबरेली से चुनाव 

अतीत में भी ऐसे कई कांग्रेस के नेताओं का कहना था कि अगर प्रियंका गांधी पार्टी के लिए सक्रिय रूप से काम करें तो पार्टी की स्थिति प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में सुधर सकती है. कांग्रेस के नेता प्रियंका में इंदिरा गांधी की छवि देखते हैं जिनकी राजनीतिक समझ पर पार्टी और संगठन दोनों को भरोसा है. 

सबसे बड़ा सवाल है कि अब तक सक्रिय राजनीति से दूर रहने वाली प्रियंका क्या इस बार का लोकसभा चुनाव लड़ेंगी. क्योंकि सोनिया गांधी की खराब होती तबीयत के कारण प्रियंका के चुनाव लड़ने की बात सामने आ रही है. रायबरेली ने हमेशा ही गांधी परिवार के सदस्य का स्वागत किया है तो और प्रियंका के एक्टिव होने के कारण उनके इस सीट से चुनाव लड़ने की बातें होने लगी हैं.

ब्राह्मण और मुस्लिम वोटों का समीकरण 

कांग्रेस ने इस बार यूपी में राजनीतिक समीकरण बनाने की तैयारी की है. ब्राह्मण और मुस्लिम वोट को साधने की तैयारी चल रही है. मुस्लिम वोट मुलायम सिंह यादव के सपा से दूरी बनाने के बाद नए राजनीतिक ठिकाने की तलाश कर रही है, ऐसे में उनके लिए सबसे बेहतर विकल्प कांग्रेस पार्टी ही दिख रही है. प्रदेश के ब्राह्मण मोदी सरकार से ज्यादा योगी सरकार से नाराज है. योगी आदित्यनाथ पर ठाकुरवाद के आरोप लग रहे हैं, जिससे ब्राह्मण समुदाय नाराज चल रहा है. तमाम पार्टियों को आजमाने के बाद ब्राह्मण इस बार कांग्रेस का रुख कर सकते हैं.

2009 में कांग्रेस को प्रदेश में 21 लोकसभा की सीटें हासिल हुई थी. सपा को 23 और बसपा को 20 सीटें मिली थी वहीं भाजपा 10 सीटों पर सिमट गई थी. कांग्रेस इसी तरह के परिणाम की अपेक्षा इस बार भी लगाये हुए है. इसके लिए तमाम नए समीकरणों की तलाश की जा रही है और इसमें मुख्य भूमिका में प्रियंका गांधी ही दिखने वाली हैं. हर बार पर्दे के पीछे से मैनेज करने वाली प्रियंका इस बार फ्रंटफूट पर आकर खेल सकती हैं. 

टॅग्स :राहुल गांधीप्रियंका गांधीकांग्रेसमायावतीअखिलेश यादव
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो के उड़ानों के रद्द होने पर राहुल गांधी ने किया रिएक्ट, बोले- "सरकार के एकाधिकार मॉडल का नतीजा"

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारतMCD Bypoll Results 2025: दिल्ली के सभी 12 वार्डों के रिजल्ट अनाउंस, 7 पर बीजेपी, 3 पर AAP, कांग्रेस ने 1 वार्ड जीता

भारतMCD by-elections Result: BJP ने चांदनी चौक और शालीमार बाग बी में मारी बाजी, कांग्रेस ने जीता संगम विहार ए वार्ड

भारत अधिक खबरें

भारत2026 विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल में हलचल, मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की आधारशिला, हुमायूं कबीर ने धर्मगुरुओं के साथ मिलकर फीता काटा, वीडियो

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल

भारतHardoi Fire: हरदोई में फैक्ट्री में भीषण आग, दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतWest Bengal: मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी शैली की मस्जिद’ के शिलान्यास को देखते हुए हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी