बिहार में कैबिनेट विस्तार टलने से कांग्रेस परेशान, टाल मटोल रवैये से खुद को महसूस करने लगी है उपेक्षित

By एस पी सिन्हा | Published: February 12, 2023 05:00 PM2023-02-12T17:00:27+5:302023-02-12T19:24:39+5:30

कांग्रेस पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद कैबिनेट में दो और सीट मिलने की घोषणा कर दी थी। लेकिन अब ये दावा कांग्रेस के गले की फांस बनता नजर आ रहा है। 

Congress upset due to postponement of cabinet expansion in Bihar, feeling neglected due to evasive attitude | बिहार में कैबिनेट विस्तार टलने से कांग्रेस परेशान, टाल मटोल रवैये से खुद को महसूस करने लगी है उपेक्षित

बिहार में कैबिनेट विस्तार टलने से कांग्रेस परेशान, टाल मटोल रवैये से खुद को महसूस करने लगी है उपेक्षित

Highlightsकांग्रेस बिहार सरकार में ज्यादा हिस्सेदारी को लेकर बेचैन हैअखिलेश सिंह ने CM नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद कैबिनेट में दो और सीट मिलने की घोषणा कर दी थीकांग्रेस महागठबंधन सरकार में अपना पकड़ मजबूत करने के लिए हिस्सेदारी बढाना चाहती है

पटना: बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन में कांग्रेस खुद को उपेक्षित महसूस करने लगी है। दरअसल, कांग्रेसबिहार सरकार में ज्यादा हिस्सेदारी को लेकर बेचैन है। पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद कैबिनेट में दो और सीट मिलने की घोषणा कर दी थी। लेकिन अब ये दावा कांग्रेस के गले की फांस बनता नजर आ रहा है। 

इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि कैबिनेट का विस्तार के लिए कांग्रेस नेताओं को उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से बात करनी चाजिए। जिनका जितना हिस्सा बनता है, उस आधार पर सब कुछ तय हो जाएगा। दरअसल, कांग्रेस महागठबंधन सरकार में अपना पकड़ मजबूत करने के लिए हिस्सेदारी बढाना चाहती है। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कांग्रेस की इस इच्छा को पूरा करने की जिम्मेवारी तेजस्वी यादव के कंधों पर डाल दी है। 

बता दें कि विधान सभा में कांग्रेस के 19 विधायक हैं। वर्तमान में सरकार में कांग्रेस के दो विधायक मंत्री हैं। प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने बीते दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर कैबिनेट में दो अतिरिक्त सीट मांगी थी। कैबिनेट में राजद कोटे से दो सीटें पहले से खाली हैं। 

मास्टर कार्तिक और सुधाकर सिंह के इस्तीफे के बाद पहले से बर्थ खाली हैं। अभी मंत्री मंडल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मिलाकर 31 सदस्य हैं। वैसे महागठबंधन विधायकों की संख्या के आधार पर कैबिनेट का स्ट्रैंथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मिलाकर 36 मिनिस्टर तक जा सकता है। अभी कैबिनेट में 15 मंत्री राजद कोटे से हैं। वहीं 13 जदयू कोटे से मंत्री हैं। जबकि हम पार्टी से एक और कांग्रेस के दो विधायक मंत्री है। 

लेफ्ट पार्टी ने खुद को मंत्री मंडल से अलग रखा है। ऐसे में विधायकों के स्ट्रैंथ के मुताबिक कांग्रेस चार कैबिनेट की बर्थ चाहती है। लेकिन नीतीश कुमार ने एक सीट दिए जाने की चर्चा कर कांग्रेस के दावे की हवा निकाल दी है। इधर, प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने फिर से दुहराया है कि कैबिनेट विस्तार का मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का है। 

तेजस्वी यादव क्या बोलते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले जब कैबिनेट विस्तार को लेकर पत्रकारों ने तेजस्वी यादव से सवाल पूछा था तब उन्होंने इसे कोरी कल्पना करार दिया था।

Web Title: Congress upset due to postponement of cabinet expansion in Bihar, feeling neglected due to evasive attitude

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