चुनाव आते ही आरएसएस और बीजेपी को सताने लगती है राम मंदिर की याद: कांग्रेस
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: September 20, 2018 03:20 PM2018-09-20T15:20:21+5:302018-09-20T17:41:07+5:30
Congress attacks BJP and RSS: कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव नजदीक आने पर भाजपा और आरएसएस का शीर्ष नेतृत्व राममंदिर की बात करने लगता है।
नई दिल्ली, 20 सितंबर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के राम मंदिर, हिंदुत्व और कुछ अन्य मुद्दों पर दिए गए बयानों को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, किसी संगठन या व्यक्ति का डीएनए नहीं बदल सकता।
पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव नजदीक आने पर भाजपा और आरएसएस का शीर्ष नेतृत्व राममंदिर की बात करने लगता है।
आरएसएस के हालिया कार्यक्रम ‘भविष्य का भारत’ में भागवत के संबोधन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आरएसएस का रुख 370 पर नहीं बदला, लेकिन 377 पर बदल गया।... इनकी बातों में विरोधाभास है। चाहे कुछ भी हो जाए, लेकिन किसी व्यक्ति या संगठन का डीएनए नहीं बदल सकता।’’
राम मंदिर के निर्माण संबंधी भागवत के बयान पर तिवारी ने कहा, ‘‘इसमें कुछ नया नहीं है। वर्ष 1986 से 2018 का इतिहास उठाकर देख लीजिए। भाजपा और आरएसएस के शीर्ष नेतृत्व ने हमेशा चुनाव से पहले राम मंदिर की बात की है। जब चुनाव आता है तो इनको राममंदिर की याद आ जाती है।’’
एक अन्य सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि इस देश में रहने वाला हर व्यक्ति भारतीय है। हर व्यक्ति की एक क्षेत्रीय और धार्मिक पहचान होती है, लेकिन सभी लोग भारतीय हैं।’’