कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल मुकुल वासनिक का पार्टी के अंदर से ही विरोध
By शीलेष शर्मा | Published: July 16, 2019 11:12 PM2019-07-16T23:12:02+5:302019-07-16T23:17:26+5:30
राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी तथा पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेताओं को ऐसी तमाम शिकायतें मिल रही है जिसमें कहा गया है कि वासनिक को पार्टी का नेतृत्व सौंपने का मतलब होगा, पार्टी को डुबो देना.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के स्वदेश लौटते ही कांग्रेस में राजनीतिक हलचल तेज हो गयी है. उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार नये अध्यक्ष की तलाश की रफ्तार में भी तेजी नजर आ रही है. इस तेजी के बीच अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल कांग्रेस के महासचिव मुकुल वासनिक का नाम जैसे ही सुर्खियों में आया उसके तुरंत बाद वासनिक के खिलाफ पार्टी के अंदर मुहिम शुरू हो गई.
सूत्र बताते है कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी तथा पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेताओं को ऐसी तमाम शिकायतें मिल रही है जिसमें कहा गया है कि वासनिक को पार्टी का नेतृत्व सौंपने का मतलब होगा, पार्टी को डुबो देना. मुकुल वासनिक विरोधी खेमे ने सोनिया गांधी और राहुल के सामने यह दलील दी है कि मुकुल वासनिक के पिता ने बाबा साहब आंडेबकर और उनकी नीतियों का खुला विरोध किया था जिसका खामियाजा आज तक पार्टी उठा रही है. इन नेताओं का यह भी आरोप है कि मुकुल वासनिक देश तो क्या महाराष्ट्र के कार्यकर्ताओं से पूरी तरह कट चुके है इसी कारण वे लोकसभा चुनाव लड़ने से हर बार बचने की कोशिश करते है.
गौरतलब है कि यह शिकायतें तब नेतृत्व को मिली जब मुकुल वासनिक का काम पार्टी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल होने की खबरें कुछ टीवी चैनलों पर दिखाई जाने लगी.
नये अध्यक्ष को लेकर हालांकि पार्टी ने अभी तक कोई फैसला नही लिया लेकिन माना जा रहा है कि राहुल के इस्तीफे के बाद अब जल्दी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता सोनिया और प्रियंका से चर्चा कर कोई फैसला लेंगे.
दूसरी ओर प्रियंका ने उत्तर प्रदेश में संगठन को खड़ा करने के लिए कवायत शुरू कर दी है. ऐसे में संकेत है कि प्रियंका गांधी हार्दिक पटेल को पार्टी में कोई महत्वपूर्ण पद सौंपे जाने के पक्ष में है. प्राप्त संकेतों के अनुसार हार्दिक को युवक कांग्रेस की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है.
इधर प्रियंका के निर्देश पर आज लखनऊ में प्रदेश के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू अपने दूसरे सहयोगियों के साथ बैठक कर रहे है जिसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों के नेताओं को बुलाकर पार्टी को नये सिरे से खड़ा करने की रणनीति बनाई जाएगी.