कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे अनुभव वाले वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन पार्टी को थरूर जैसे युवा, ऊर्जावान नेता की भी जरूरत: विजय दर्डा
By भाषा | Published: May 31, 2023 02:11 PM2023-05-31T14:11:19+5:302023-05-31T14:23:46+5:30
विजय दर्डा ने कहा कि खुद कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ कई मुद्दे उठाए हैं। अपनी पुस्तक ‘रिंगसाइड- अप, क्लोज एंड पर्सनल ऑन इंडिया एंड बियांड’ के विमोचन के मौके पर बोल रहे थे।
नई दिल्लीः पूर्व सांसद एवं लोकमत मीडिया समूह के अध्यक्ष विजय दर्डा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व्यापक अनुभव वाले वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन पार्टी को शशि थरूर जैसे युवा, ऊर्जावान और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात नेताओं की भी जरूरत है, जो पार्टी कार्यकर्ताओं को उत्साहित कर सकें। दर्डा ने कहा कि कांग्रेस को छोड़कर किस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है।
दर्डा ने कहा कि उन्होंने खुद कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ कई मुद्दे उठाए हैं। दर्डा अपनी पुस्तक ‘रिंगसाइड- अप, क्लोज एंड पर्सनल ऑन इंडिया एंड बियांड’ के विमोचन के मौके पर बोल रहे थे। कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘अच्छी बात है कि कांग्रेस ने चुनाव कराया।
उनके पास शशि थरूर जैसे उम्मीदवार थे जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हैं। उन्हें समर्थन नहीं मिला।’’ पिछले साल अक्टूबर में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में थरूर मल्लिकार्जुन खड़गे से हार गए थे, जिन्हें पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा समर्थित उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा था।
खड़गे को प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के प्रतिनिधियों के 84.14 प्रतिशत वोट मिले, जबकि थरूर को 11.4 प्रतिशत वोट मिले। दर्डा ने कहा, ‘‘खड़गे वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन कांग्रेस को शशि थरूर की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा कि वह दोनों नेताओं के बीच तुलना नहीं कर रहे हैं और कहा, ‘‘ हमें युवाओं को आकर्षित करना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने यह नहीं कहा कि थरूर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे से बेहतर हैं।
खड़गे बहुत वरिष्ठ नेता हैं। लेकिन वरिष्ठों को आशीर्वाद देना चाहिए।’’ दर्डा ने सवाल किया, ‘‘वह (खड़गे) नौ बार सांसद बने हैं, उन्हें कर्नाटक का मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया गया?’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘कांग्रेस को छोड़कर किस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि मैं कांग्रेस में हूं तो मुझे बोलने का अधिकार है।
अगर मैं पार्टी के लिए काम करता हूं तो मुझे सवाल उठाने का हक है। अगर मैं राष्ट्र हित में सवाल पूछता हूं तो क्या यह बगावत है?’’ उन्होंने कहा कि उन्होंने कई बार पार्टी नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पत्र लिखकर मुद्दे उठाए हैं। कांग्रेस से तीन बार राज्यसभा सदस्य रह चुके दर्डा ने इसको लेकर भी सवाल किया कि इतने वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस क्यों छोड़ी।
उन्होंने कहा, ‘‘बड़े नेता कांग्रेस से बाहर क्यों जा रहे हैं? गुलाम नबी आज़ाद की तरह उन्हें सब कुछ मिला, उन्होंने क्यों छोड़ा? मैं सोचता हूं, भाजपा के पास किस तरह की चुंबकीय शक्ति है?’’ दर्डा की पुस्तक ‘रिंगसाइड- अप, क्लोज एंड पर्सनल ऑन इंडिया एंड बियांड’ का विमोचन कांग्रेस नेता शशि थरूर और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू ने किया।
वहीं थरूर ने कहा कि राजनीतिक वर्ग आज मीडिया में आलोचना के प्रति असहिष्णु हो गया है। केरल से सांसद ने कहा, "राजनीतिक वर्ग और मीडिया के बीच संबंधों में धीरे-धीरे कमी आई है। राजनीतिक वर्ग अब मीडिया में उनकी आलोचना को सहन नहीं कर रहा है।"
यह पुस्तक लोकमत मीडिया समूह के अखबारों और देश के अन्य प्रमुख राष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय अखबारों में 2011 से 2016 के बीच प्रकाशित दर्डा के साप्ताहिक आलेखों का संकलन है। विमोचन समारोह में भाजपा नेता वरुण गांधी और विनय सहस्रबुद्धे, राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल, बसपा नेता दानिश अली, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और भाकपा के डी राजा शामिल हुए।