पीएल पुनिया का दावा- संसद हॉल के कोने में 15-20 मिनट बात कर रहे थे जेटली और माल्या, झूठ निकला तो छोड़ दूंगा राजनीति
By पल्लवी कुमारी | Published: September 13, 2018 01:35 PM2018-09-13T13:35:55+5:302018-09-13T13:35:55+5:30
विजय माल्या ने बुधवार को लंदन की अदालत में भारती एजेंसियों की प्रत्यपर्ण की अर्जी पर सुनवाई से पहले दावा किया कि उन्होंने भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात करके बैंकों के कर्ज का मामला निपटाने की पेशकश की थी।
नई दिल्ली, 13 सितंबर: भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या द्वारा भारत छोड़ने से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से अपनी मुलाकात का दावा करने के बाद विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया है। इस बात पर दावा करते हुए प्रेंस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस सांसद पीएल पुनिया ने दावा किया है कि उन्होंने 2016 के संसद सत्र के दौरान संसद के सेंट्रल हॉल में अरुण जेटली और विजय माल्या को बात करते देखा था।
पीएल पुनिया ने कहा, ''मैंने संसद के सेंट्रल हॉल के सत्र 2016 के दौरान आरोपी विजय माल्या और अरुण जेटली को 15-20 मिनट बात करते देखा था। यकीन ना हो तो उस वक्त की आप सीसीटीवी कैमरे की फूटेज निकलवा सकते हैं। उसमें आप देखेंगे कि किस तरह दोनों आपस में अंतरंग बातें कर रहे थे। अगर मेरी कही ये बात झूठी निकली तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। ये मेरा दावा है।''
Arun Jaitly is lying. I saw him having prolonged meeting in Central Hall of Parliament about two days before he was allowed to escape from India. Choukidar is not only Bhagidar but also Gunahagar. @INCIndia@INCChhattisgarhhttps://t.co/VJkDk1ZCkK
— P L Punia (@plpunia) September 12, 2018
ये दावा पीएल पुनिया ने 13 सितंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस के पहले ट्वीट पर भी किया था।
राहुल गांधी ने उठाए ये सवाल
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी भी मौजूद थे। उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर हमला बोलते हुए कहा, ''जेटली जी से मेरा पहला सवाल ये है कि वित्त मंत्री भगोड़ों से बात करते हैं। भगोड़ा, वित्त मंत्री से कहता है कि मैं अब लंदन जाने वाला हूं। लेकिन वित्त मंत्री ने सीबीआई, ईडी या पुलिस को नहीं बताया। क्यों?''
Finance Minister talks to an absconder, absconder tells him that he going to London. Finance Minister doesn't tell CBI, ED or police. Why? The arrest notice was changed to informed notice. This can be done only by the one who controls CBI: Rahul Gandhi pic.twitter.com/elE1jbFv8G
— ANI (@ANI) September 13, 2018
राहुल गांधी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर आरोप लगाते हुए कहा- ''विजय माल्या ने कहा कि वह जाने से पहले संसद में अरुण जेटली जी से मिले था। अरुण जेटली सभी बैठकों पर लंबा ब्लॉग लिखते हैं लेकिन मुझे नहीं पता कि इस मुलाकात के बारे में उन्होंने कोई ब्लॉग क्यों नहीं लिखा? उन्होंने कहा कि उनदोनों के बीच थोड़ी सी बात हुई, जो एक झूठ है।''
राहुल गांदी और पीएल पुनिया द्वारा किया गया प्रेस कॉन्फ्रेंस की वीडियो यहां देखें...
LIVE: Press briefing by Congress President @RahulGandhi. #ArunJaitleyStepDownhttps://t.co/c9FoCdMfMb
— Congress (@INCIndia) September 13, 2018
अर्जी पर सुनवाई के दौरान माल्या ने किया ये दावा
विजय माल्या ने बुधवार को लंदन की अदालत में भारती एजेंसियों की प्रत्यपर्ण की अर्जी पर सुनवाई से पहले दावा किया कि उन्होंने भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात करके बैंकों के कर्ज का मामला निपटाने की पेशकश की थी।
जानें माल्या के दावों के बाद किसने क्या-क्या कहा...
- माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि माल्या के भारत से भागने के वाकये ने एक बार फिर इस बात की पुष्टि कर दी कि मोदी सरकार ‘‘बड़े डिफॉल्टरों को जनता के पैसे लूट कर भागने देती है। असल मुद्दा यह है कि लुकआउट नोटिसों के बाद भी वह कैसे भाग गया?’’
-आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने माल्या की ओर से किए गए खुलासे को ‘‘बिल्कुल चौंकाने वाला’’ करार दिया और सवाल किया, ‘‘वित्त मंत्री ने अब तक इस सूचना को छुपाए क्यों रखा?’’
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नीरव मोदी के देश छोड़कर जाने से पहले उससे मिलते हैं। विजय माल्या के देश छोड़कर जाने से पहले वित्त मंत्री उससे मिलते हैं। इन बैठकों में क्या पकाया जा रहा था? जनता यह जानना चाहती है।'
- भाजपा के पूर्व नेता एवं पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि न सिर्फ वित्त मंत्री जेटली बल्कि पूरे भाजपा नेतृत्व को माल्या से अपने संबंधों पर बेदाग सामने आना चाहिए।
- कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘‘माल्या ने दो चीजें कही हैं। पहली कि उसने वित्त मंत्री से व्यवस्थित ढंग से मुलाकात की थी और दूसरी यह कि उसने मामले को सुलझाने की पेशकश की थी। इस मामले का पूरा खुलासा होना चाहिए। व्यापक स्पष्टीकरण आना चाहिए और व्यापक जांच होनी चाहिए।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘जब बैंकों को मालूम था, वित्त मंत्रालय को मालूम था, पूरी सरकार को मालूम था और माननीय प्रधानमंत्री को मालूम था कि माल्या पर इतना बड़ा कर्ज बकाया है। ऐसे में उसे देश से बाहर क्यों जाने दिया गया। यह बुनियादी सवाल है जिसका उत्तर पूरा देश जानना चाहता है।’’
- राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि समूची मोदी सरकार घोटालेबाजों और भगोडों से ‘‘मिली हुई है।’’
तेजस्वी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘उन्होंने हजारों करोड़ रुपए लूटने की साजिश रची। प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को इसका जवाब देना चाहिए।’’
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)