जामिया छात्रों की पिटाईः बीजेपी ने किया कांग्रेस पर पलटवार, कहा- प्रियंका गांधी ने बिना विषय को समझे पुलिस को दोषी ठहराया
By रामदीप मिश्रा | Published: February 17, 2020 02:11 PM2020-02-17T14:11:56+5:302020-02-17T14:11:56+5:30
जामिया छात्रों की पिटाईः कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने जामिया छात्रों की हुई पिटाई की वीडियो साझा करते हुए कहा था कि अगर इस पर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो सरकार की नीयत पूरी तरह से देश के सामने आ जाएगी।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पुलिस की कथित बर्बरता को लेकर जारी किए गया नए वीडियो को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला था, जिसके बाद बीजेपी ने सोमवार (17 फरवरी) को पलटवार किया और कहा कि प्रियंका वाड्रा ने भी बिना विषय को समझे पुलिस को दोषी ठहराया।
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जेवीएलएन राव ने दिल्ली स्थित पार्टी के मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, 'प्रियंका वाड्रा ने भी बिना विषय को समझे पुलिस को दोषी ठहराया है। जामिया यूनिवर्सिटी के कुछ वीडियो मीडिया में चल रहे हैं, उसपर हम कहते हैं कि दिल्ली पुलिस के पास वो वीडियो हैं। छात्रों के हाथ में पत्थर दिखाई दे रहे हैं, क्या ये छात्र हैं या बाहर के लोग अराजकता फैलाने आए हैं। अगर ये छात्र हैं तो फिर चेहरा क्यों छिपाए हुए हैं?'
बीजेपी ने कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा, 'दंगाइयों के साथ बैठने वाले हमें यह बताएं कि जब दंगाई कानून को हाथ में लेते हैं तो पुलिस मूकदर्शक बनकर कैसे खड़ी रह सकती है? ये ऐसा समय है जब सभी को संयम बरतना चाहिए और निष्कर्ष पर नहीं जाना चाहिए। हम जामिया विश्वविद्यालय और उसके आसपास हुई हिंसक घटनाओं को राजनीतिक रंग देने के कांग्रेस पार्टी के प्रयासों की कड़ी निंदा करते हैं। यही उनका चरित्र है जो देश की पुलिस और सुरक्षा बलों के लिए हानिकारक हैं।'
जेवीएलएन राव ने कहा 'देश जानता है कि कैसे सोनिया गांधी कुछ आतंकवादियों की मौत को देखते हुए बेकाबू होकर रो पड़ीं थी, लेकिन उन्होंने पुलिस इंस्पेक्टर के लिए सहानुभूति का शब्द नहीं चुना जो उसी बाटला हाउस मुठभेड़ में मारे गए। प्रियंका वाड्रा वास्तव में उनके नक्शेकदम पर चल रही हैं।'
उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा लगातार अराजक तत्वों का समर्थन किया जा रहा है। उनके साथ कांग्रेस अपनी संवेदना जताती है। लेकिन पुलिस बल के जवान जो देश को सुरक्षित रखने के लिए अपनी कुर्बानी देते हैं, कांग्रेस उनके खिलाफ सवाल उठाती है। देश की सुरक्षा को खतरे में डालने वालों के पक्ष में लगातार बोलना आज कांग्रेस की नीति बन गई है। राहुल गांधी ने दो दिन पहले पुलवामा में शहीद हुए जवानों के प्रति कोई संवेदना नहीं व्यक्त की, लेकिन सैनिक बलों के खिलाफ सवाल उठाए।
बीते दिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने जामिया छात्रों की हुई पिटाई की वीडियो साझा करते हुए कहा था कि अगर इस पर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो सरकार की नीयत पूरी तरह से देश के सामने आ जाएगी। उन्होंने गृह मंत्री और दिल्ली पुलिस पर यह 'झूठ' बोलने का भी आरोप लगाया था कि लाइब्रेरी के भीतर जामिया के छात्रों की पिटाई नहीं की गई थी।
बता दें, विश्वविद्यालय में पुलिस की कथित बर्बरता के दो महीने बाद एक नया वीडियो सामने आया है जिसमें अर्धसैनिक बलों और पुलिस कर्मियों को छात्रों को 15 दिसंबर को पुस्तकालय में पीटते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को जामिया समन्वय समिति ने जारी किया है। इसके सदस्यों में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र और पूर्व छात्र हैं।
जामिया समन्वय समिति ने सीसीटीवी फुटेज प्रतीत हो रहे 48 सेकंड का यह वीडिया जारी किया है, जिसमें कथित तौर पर अर्द्धसैनिक बल और पुलिस के करीब सात-आठ कर्मी ओल्ड रीडिंग हॉल में प्रवेश करते और छात्रों को लाठियों से पीटते दिख रहे हैं। ये कर्मी रूमाल से अपने चेहरे ढंके हुए भी नजर आ रहे हैं।