Geeta Koda: झारखंड में कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, एकमात्र कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा ने थामा 'कमल'
By एस पी सिन्हा | Published: February 26, 2024 04:37 PM2024-02-26T16:37:12+5:302024-02-26T16:38:27+5:30
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल दिल्ली में झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और प्रभारी के साथ लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा कर रहे थे। इधर, गीता कोड़ा ने कांग्रेस का ’हाथ’ छोड़कर ’कमल’ फूल थाम लिया।
रांची:झारखंड में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस बड़ा झटका लगा है। सिंहभूम से कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा ने भाजपा का "कमल" थाम लिया है। गीता कोड़ा झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी हैं। झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने उन्हें रांची स्थित पार्टी मुख्यालय में सोमवार को पार्टी में शामिल करवाया। बता दें कि कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल दिल्ली में झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और प्रभारी के साथ लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा कर रहे थे। इधर, गीता कोड़ा ने कांग्रेस का ’हाथ’ छोड़कर ’कमल’ फूल थाम लिया।
दरअसल, झारखंड से कांग्रेस की गीता कोड़ा एकमात्र सांसद हैं। सूत्रों ने बताया कि गीता कोड़ा झारखंड में कांग्रेस, झामुमो और राजद गठबंधन से नाराज थीं। गीता कोड़ा ने भाजपा का दामन थामने से पहले कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का झारखंड में यह बड़ा कदम माना जा रहा है। सांसद गीता कोड़ा के भाजपा में शामिल होने की चर्चा काफी दिनों से चल रही थी। हालांकि, गीता कोड़ा ने कभी खुलकर कांग्रेस छोड़ने की बात नहीं कही। जब भी उनसे भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया। लेकिन, काफी दिनों से वह पार्टी के कार्यक्रमों से दूरी बनाकर चल रही थीं। यहां तक कि पिछले दिनों प्रभारी की बैठक में भी शामिल नहीं हुई थीं।
गीता कोड़ा साल 2009 से 2019 तक 2 बार विधायक रह चुकी हैं। वह पहली बार सिंहभूम लोकसभा सीट से सांसद चुनी गईं। बता दें कि मधु कोड़ा सितंबर 2006 से अगस्त 2008 तक झारखंड के मुख्यमंत्री रहे थे। उल्लेखनीय है कि इससे पहले इंडिया गठबंधन के सदस्यों के बीच मतभेदों को उजागर करते हुए झारखंड भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पूछा कि क्या यह गठबंधन अस्तित्व में है? पश्चिम बंगाल और पंजाब में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करने के ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल के हालिया कदमों का जिक्र करते हुए मरांडी ने कहा कि इंडिया का गठबंधन अस्तित्व में नहीं था और भविष्य में भी यह अस्तित्व में नहीं आएगा।