बीजेपी में शामिल होने की खबरों का कांग्रेस MLA सत्यजीत देशमुख ने किया खंडन, कहा- 'मैं कांग्रेस के साथ था और हमेशा रहूंगा'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 29, 2019 01:39 PM2019-05-29T13:39:32+5:302019-05-29T13:39:32+5:30
सत्यजीत देशमुख सांगली विधानसभा क्षेत्र से हैं। ऐसी अफवाह आई थी कि सत्यजीत देशमुख और महाराष्ट्रा के एक और युवा नेता पार्टी की लीडरशिप से खुश नहीं हैं, जिसकी वजह से वो बीजेपी में शामिल होने वाले हैं।
महाराष्ट्रा कांग्रेस के विधायक सत्यजीत देशमुख ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने की अटकलों पर विराम लगा दिया है। सत्यजीत देशमुख ने कहा है कि वो कांग्रेस छोड़कर कभी भी बीजेपी में शामिल नहीं होने वाले हैं। वो कांग्रेस के साथ थे और कांग्रेस के ही साछ रहेंगे।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सत्यजीत ने कहा, मेरे बीजेपी में शामिल होने की खबर को बेवजह फैलाया जा रहा है। ये न्यूज आधारहीन है। मैं इस बात से हैरान हूं कि इस तरह की न्यूज कैसे फैलाई जा रही है। मैं अभी कांग्रेस में हूं और हमेशा ही कांग्रेस में रहूंगा। कोई है जो जानकर मेरे बीजेपी में ज्वाइन करने की बात फैला रहा है।
Congress Maharashtra MLA Satyajit Deshmukh to ANI on reports that he will join BJP: News is baseless, shocked such news being spread. I am with Congress and will be in Congress only, someone has intentionally spread this rumour to damage my reputation pic.twitter.com/TmsKlOpfIx
— ANI (@ANI) May 29, 2019
सत्यजीत देशमुख सांगली विधानसभा क्षेत्र से हैं। ऐसी अफवाह आई थी कि सत्यजीत देशमुख और महाराष्ट्रा के एक और युवा नेता पार्टी की लीडरशिप से खुश नहीं हैं, जिसकी वजह से वो बीजेपी में शामिल होने वाले हैं। विश्वजीत कदम और सत्यजीत देशमुख राजनीतिक परिवारों से संबंध रखते हैं। विश्वजीत पूर्व मंत्री पतंगराव कदम के बेटे हैं और सत्यजीत पूर्व विधान परिषद के अध्यक्ष और महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शिवाजीराव देशमुख के बेटे हैं। शिवाजीराव का निधन 84 वर्ष की आयु में साल 2018 में हुआ था।
बीजेपी के लोकसभा चुनाव-2019 में बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए 28 मई को टीएमसी के दो विधायक और 50 पार्षदों ने बीजेपी ज्वाइन कर लिया था। इसके साथ ही सीपीएम के एक विधायक ने भी दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में भाजपा में शामिल हुए थे। बीजेपी को लोकसभा चुनाव-2019 में 303 सीटें मिली हैं, वहीं एनडीए को 353 सीटें मिली है। कांग्रेस सिर्फ 52 सीटों पर सिमट कर रह गई है।