चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की कांग्रेस में भूमिका पर सोनिया गांधी का मंथन जारी, क्या है पूरा मामला
By शीलेष शर्मा | Published: March 28, 2022 05:55 PM2022-03-28T17:55:08+5:302022-03-28T17:57:15+5:30
कांग्रेस सूत्रों ने खुलासा किया कि सोनिया ने राहुल, प्रियंका गांधी के अलावा पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं से भी चर्चा की है। इस चर्चा का मकसद प्रशांत किशोर की भूमिका को तय करना था।
नई दिल्लीः चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को लेकर कांग्रेस में एक बार फिर यह मंथन शुरू हो गया है। आगामी लोकसभा चुनावों में पार्टी किस रूप में प्रशांत किशोर का उपयोग कर सकती है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस की खुली आलोचना के बावजूद प्रशांत किशोर सोनिया गांधी से संपर्क बनाए हुए हैं।
पार्टी सूत्रों ने यह खुलासा भी किया कि सोनिया ने राहुल, प्रियंका गांधी के अलावा पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं से भी चर्चा की है। इस चर्चा का मकसद प्रशांत किशोर की भूमिका को तय करना था। क्योंकि पार्टी का एक खेमा प्रशांत किशोर के इशारों पर काम करने को तैयार नहीं है। इतना ही नहीं प्रशांत किशोर भी पार्टी से बाहर रह कर काम करने को राजी नहीं हैं।
सोनिया के सामने यही सवाल चुनौती बना हुआ है कि प्रशांत किशोर को क्या पद और ज़िम्मेदारी दी जाए। 10 जनपथ के सूत्र बताते हैं कि सोनिया प्रशांत किशोर को यूपीए की तर्ज पर भाजपा के खिलाफ एक बड़ा मोर्चा खड़ा करने का काम सौंपना चाहती हैं, ताकि टीएमसी की ममता बनर्जी, तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की पार्टी टीआरएस, टीडीपी, सपा जैसे दलों को कांग्रेस के नेतृत्व में लामबंद कर बड़ा गठबंधन खड़ा करने में सहयोग कर सकें।
दरअसल यह दल प्रशांत किशोर के संपर्क में हैं और कांग्रेस से दूरी बना कर चल रहे हैं। कांग्रेस मानती है कि लोकसभा चुनावों में समान विचारों वाले दलों का गठबंधन मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा को चुनावी झटका दे सकता है। शिवसेना, डीएमके, एनसीपी, जेएमएम, नेशनल कॉन्फ्रेंस जैसे दल पहले से ही कांग्रेस के साथ हैं।