कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने मीडिया की भूमिका पर उठाए सवाल, कहा- "टीवी स्टूडियो की सौ में से 99 डिबेट हिन्दू-मुसलमान पर की जाती हैं"
By रुस्तम राणा | Published: December 6, 2022 05:16 PM2022-12-06T17:16:36+5:302022-12-06T17:16:36+5:30
भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने ट्विटर अपनी एक वीडियो को साझा करते हुए लिखा है कि भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य इलेक्शन नहीं, इमोशन है।
नई दिल्ली: कांग्रेस की देशव्यापी भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व राहुल गांधी कर रहे हैं। कन्याकुमारी से शुरु हुई यात्रा विभिन्न राज्यों को पार करते हुए राजस्थान में पहुंच गई है, जो कश्मीर में जाकर समाप्त होगी। यात्रा को लेकर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने ट्विटर अपनी एक वीडियो को साझा करते हुए मंगलवार को लिखा है कि भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य इलेक्शन नहीं, इमोशन है।
वहीं वीडियो में कन्हैया कुमार पत्रकारों को भारत जोड़ो यात्रा को लेकर बताते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने मीडिया से कहा कि राजनीति का मतलब केवल चुनाव नहीं होता है। इस पर अपना तर्क देते हुए कन्हैया कुमार ने पत्रकारों से पूछा कि गांधी जी पॉलिटिकल थे या नहीं? उन्होंने कितने चुनाव लड़े? उन्होंने कहा, राजनीति का केवल एक पक्ष चुनाव है, यह एक विस्तृत क्षेत्र है, जिनमें अन्य चीजें भी आती हैं।
उन्होंने कहा, लोकतंत्र केवल प्रोसीजरल (प्रक्रियात्मक) नहीं है, बल्कि यह पार्टीसिपेटरी (भागीदारी) है और जब डेमोक्रेसी पार्टीसिपेटरी होता है तो उसमें वो सभी लोग भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं जिनकी चुनाव में जीत नहीं होती है। उन्होंने कहा, उनकी की भी आवाज महत्वपूर्ण है जिनके पास कोई बहुमत नहीं है।
भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य ELECTION नहीं, EMOTION है!! pic.twitter.com/jVnX0Pag8P
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) December 6, 2022
यात्रा को लेकर कन्हैया कुमार ने कहा, हमने कभी नहीं कहा कि भारत जोड़ो यात्रा पॉलिटिकल नहीं है। उन्होंने कहा, कांग्रेस देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है, जिसके चलते हमारी सबसे बड़ी जिम्मेवारी है। इसलिए कोई हमारे साथ आए न आए पर हम सड़कों पर हैं। उन्होंने कहा, यात्रा हमारे लिए सबसे बड़ा लोगों से जुड़ने का माध्यम है।
यहां उन्होंने मीडिया की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा टीवी स्टूडियो की डिबेट में महंगाई का मुद्दा गायब है। उन्होंने कहा कि सौ डिबेट्स में केवल एक डिबेट लोगों के मुद्दे पर होती है लेकिन 99 डिबेट हिन्दू-मुसलमान पर किए जाते हैं। उन्होंने कहा, इस यात्रा का उद्देश्य लोगों के पास जाकर उनकी समस्याओं को नजदीक से समझना है।