हार्दिक पटेल का दावा: बीजेपी ने की थी 1200 करोड़ रुपये की पेशकश, युवा मोर्चा अध्यक्ष बनाने का किया था वादा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 12, 2019 05:01 PM2019-03-12T17:01:56+5:302019-03-12T17:20:46+5:30
हार्दिक पटेल गुजरात में पिछले चार सालों से पाटीदारों के आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। पटेल ने कहा कि बीजेपी ने आंदोलन वापस लेने के लिए ये पेशकश की थी।
कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने दावा किया है कि बीजेपी ने उन्हें 1200 करोड़ रुपये और पार्टी की राष्ट्रीय युवा इकाई का अध्यक्ष पद देने की पेशकश की थी।
हार्दिक पटेल गुजरात में पिछले चार सालों से पाटीदारों के आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। पटेल ने कहा कि बीजेपी ने आंदोलन वापस लेने के लिए ये पेशकश की थी।
नेशनल हेराल्ड में छपी खबर के अनुसार, हार्दिक पटेल ने कहा कि जब वह सूरत जिले की लाजपुर जेल में बंद थे, तो पीएम मोदी के समय गुजरात के मुख्य सचिव रहे के कैलाशनाथन जेल में उनसे मिलने आए थे। कैलाशनाथन फिलहाल गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्य प्रधान सचिव के पद पर तैनात हैं। हार्दिक पटेल ने कहा कि कैलाशनाथन ने उन्हें एक मोटी रकम और बीजेपी युवा मोर्चा में पद की पेशकश की।
अहमदाबाद के बाहरी इलाके में अपने दफ्तर में नेशनल हेरल्ड से बातचीत में पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि जब वह सूरत जिले की लाजपुर जेल में बंद थे, तो नरेंद्र मोदी के समय गुजरात के मुख्य सचिव रहे के कैलाशनाथन जेल में उनसे मिलने आए थे। कैलाशनाथन फिलहाल गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्य प्रधान सचवि के पद पर तैनात हैं। हार्दिक पटेल ने कहा कि कैलाशनाथन ने उन्हें एक मोटी रकम और बीजेपी युवा मोर्चा में पद की पेशकश की।
हार्दिक पटेल ने दावा किया कि कैलाशनाथन ने यह पेशकश तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल की तरफ से की थी। उन्होंने कहा कि, “बीजेपी चाहती थी कि मैं आरक्षण आंदोलन खत्म कर दूं, इसके बदले मुझे यह लालच दिया गया था। लेकिन मैंने इस पेशकश को फौरन ठुकरा दिया था।”
हार्दिक पटेल ने दावा किया कि किसी को अगर उनका यह दावा गलत लगता है तो गुजरात सरकार के पास मौजूद सीसीटीवी फुटेज से इसकी जांच करा ली जाए, सबकुछ सामने आ जाएगा। हार्दिट ने कहा कि, “लोगों को पता लग जाएगा कि कैलाशनाथन जेल में मुझसे मिलने आए थे या नहीं।”
कैलाशनाथन 1979 बैच के आईएएस अफसर हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफी नजदीकी माना जाता है। मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो कैलाशनाथन उनके मुख्य प्रधान सचिव थे।
31 मई 2013 को रिटायर हो चुके हैं लेकिन उनके लिए एक विशेष पद सृजित किया गया और उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्य प्रधान सचिव के तौर पर तैनात किया गया है।