कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में पार्टी महासचिवों, प्रदेश अध्यक्षों, पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं कई अन्य वरिष्ठ नेताओं की बैठक गुरुवार को की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार, सोनिया गांधी ने इस समय आर्थिक स्थिति को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। साथ ही साथ लोकतंत्र को खतरे में बताया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि पार्टी की बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि आर्थिक स्थिति बहुत विकट है। घाटा बढ़ रहा है। बढ़ते घाटे से ध्यान हटाने के लिए सरकार जो कुछ भी कर रही है वह अभूतपूर्व प्रतिशोध की राजनीति में लिप्त है।
आगे उन्होंने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। सबसे खतरनाक तरीके से जनादेश का दुरुपयोग किया गया है। गांधी, पटेल, अंबेडकर जैसे नेताओं का अपने नापाक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए सच्चे संदेश बनाकर गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।
इस बैठक में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से जुड़े आयोजनों, सदस्यता अभियान, पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम के साथ विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर मंथन हो रहा है।
माना जा रहा है कि इस बैठक में महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड विधानसभा चुनाव के बारे में भी चर्चा हो सकती है। सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद उनकी अगुवाई में यह पहली बैठक है।