कांग्रेस-एआईयूडीएफ गठजोड़ घुसपैठियों के लिए सारे दरवाजे खोल देगा:शाह
By भाषा | Published: January 24, 2021 08:41 PM2021-01-24T20:41:02+5:302021-01-24T20:41:02+5:30
नलबाड़ी(असम),24 जनवरी असम के हितों की सुरक्षा के लिए राज्य में भाजपा नीत सरकार को एक और कार्यकाल देने की अपील करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि कांग्रेस-एआईयूडीएफ गठजोड़ सत्ता में आने पर घुसपैठियों के लिए ‘‘सारे दरवाजे’’ खोल देगा।
शाह ने भाजपा को ‘‘साम्प्रदायिक’’ पार्टी कहे जाने को लेकर भी कांग्रेस पर तंज किया और उसके (कांग्रेस के) केरल में मुस्लिम लीग के साथ तथा असम में बदरूद्दीन अजमल नीत एआईयूडीएफ के साथ गठजोड़ पर सवाल उठाये।
चुनावी राज्य असम में शाह की यह पहली राजनीतिक रैली थी।
शाह ने यहां विजय संकल्प समारोह में कहा कि असम में भाजपा के शासन में आने और केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के तहत राज्य में शांति एवं विकास के युग का आरंभ हुआ है।
शाह ने अपनी पार्टी को क्षेत्रीय संस्कृति के संरक्षण और इसे बढ़ावा देने वाले एक मात्र विकल्प के तौर पर पेश किया।
उन्होंने ऑल असम स्टूडेंट यूनियन (आसू) के पूर्व नेता लुरींगज्योति गोगोई द्वारा बनाई गई पार्टी असम जातीय परिषद की आलोचना करते हुए कहा कि वह भाजपा के वोट काट कर कांग्रेस को मदद करने के लिए चुनावी परिदृश्य में हैं।
असम जातीय परिषद ने अखिल गोगोई नीत रायजोर दल के साथ गठजोड़ करने का फैसला किया है। हालांकि शाह ने इन दोनों का नाम नहीं लिया।
उन्होंने कहा कि ये पार्टियां असम का हित नहीं सोच रही हैं।
उल्लेखनीय है कि इन दोनों दलों ने संशोधित नागरिकता कानून का विरोध किया था और सीएए को असम की संस्कृति एवं अस्मिता के लिए खतरा बताया था।
आसू ने असम जातीय परिषद का समर्थन किया है। आसू ने क्षेत्रीय अस्मिता के मुद्दे पर अतीत में जन आंदोलन का नेतृत्व किया है।
शाह ने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि इस पार्टी ने अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की नीति अपना कर एक दूसरे को लड़वाया, जिससे असम रक्तरंजित हुआ और हजारों युवाओं का खून बहा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने आदिवासियों और गैर आदिवासियों, असमी लोगों और पर्वतीय लोगों, बोडो और गैर बोडो लोगों के बीच विभाजन पैदा किया।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस ने 20 साल तक असम को रक्तरंजित किया और 10,000 से अधिक युवाओं का खून बहा।’’
शाह ने रैली में मौजूद लोगों से कहा, ‘‘मुझे जोर से बताइए, क्या कांग्रेस और अजमल असम को घुसपैठियों से मुक्त रख सकते हैं? यदि ये पार्टियां सत्ता में आई तो वे उनके लिए सारे दरवाजे खोल देंगे क्योंकि यह उनका वोट बैंक है। ’’
असम विधानसभा चुनाव मार्च-अप्रैल में होने की संभावना है। कांग्रेस ने इसके लिए एआईयूडीएफ, भाकपा, माकपा, भाकपा(एमएल) और आंचलिक गण मोर्चा (एजीएम) के साथ गठजोड़ किया है।
लोगों से भाजपा को वोट देने की अपील करते हुए शाह ने कहा कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में फिर से आएगी तो असम गोलियों से मुक्त, आंदोलन मुक्त और बाढ़ मुक्त बनेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘एक चीज तो निश्चित है कि असम कांग्रेस और एआईयूडीएफ के हाथों में सुरक्षित नहीं रहेगा।’’
शाह ने मोदी सरकार के कामकाज की सराहना करने के लिए जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त किये जाने और उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू होने का भी जिक्र किया।
गौरतलब है कि असम में भाजपा पहली बार 2016 में सत्ता में आई थी और इसने राज्य में कांग्रेस के 15 साल के शासन को समाप्त कर दिया था।
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