ठग सुकेश चंद्रशेखर ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को लिखी चिट्ठी, अधिकारियों पर प्रताड़ना और जेल की सीसीटीवी फुटेज लीक करने का लगाया आरोप
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 1, 2023 02:35 PM2023-03-01T14:35:43+5:302023-03-01T14:43:06+5:30
दिल्ली के मंडोली जेल में बंद ठग सुकेश चंद्रशेखर ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को चिट्ठी लिखकर मांग भी की है कि बीते दिनों उसके सेल की हुई तलाशी के वक्त की सीसीटीवी फुटेज को कथिततौर पर लीक किया जा रहा है, जिससे उसकी सुरक्षा को खतरा है। इसलिए सीसीटीवी लीक प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
दिल्ली: जेल से ठगी करने वाले कुख्यात अपराधी सुकेश चंद्रशेखर ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को एक बार फिर चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में सुकेश चंद्रशेखर ने उपराज्यपाल से शिकायत की है कि मंडोली जेल के जिस सेल में वह बंद है, वहां की सीसीटीवी फुटेज को लीक किया जा रहा है और उसका न्यूज चैनल समेत तमाम सोशल मीडिया पर ऑनलाइन प्रसारण किया जा रहा है। जिसके कारण उसकी सुरक्षा खतरे में है।
इसके साथ ही चंद्रशेखर ने चिट्ठी के जरिये यह मांग भी की है कि उसके सेल की कथिततौर पर लीक हो रही सीसीटीवी फुटेज के पूरे प्रकरण की जांच कराई जाए। सुकेश का आरोप है कि मंडोली जेल के कुछ अधिकारी अपने "व्यक्तिगत लाभ" के लिए जानबूझकर की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
हालांकि अपनी शिकायत के साथ उसने यह भी कहा है कि मैं इस बात के लिए धन्यवाद देता हूं कि मेरी शिकायत के बाद सत्येंद्र जैन से संबंधित सीसीटीवी फुटेज जारी होने से यह साबित हो गया कि दिल्ली के पूर्व मंत्री जेल से भ्रष्टाचार के कार्य कर रहे थे।
जहां तक उसके अपने संबंधित सीसीटीवी फुटेज का सवाल है, सुकेश का साफ आरोप है कि सहायक पुलिस अधीक्षक दीपक शर्मा और पुलिस उपाधीक्षक जय सिंह ने इसे लीक किया है। चंद्रशेखर का कहना है कि इन दोनों को जेल में मेरी सुरक्षाके बदले कुल 5.5 लाख रुपये दिये गये थे और इसकी भी शिकायत आपके कार्यलय में की गई थी।
दोनों पुलिस अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए सुकेश ने कहा है कि सीसीटीवी में साफ देखा जा सकता है कि दीपक शर्मा और जय सिंह मुझे धमकाने और मानसिक रूप से परेशान करने के लिए मेरे सेल में आए थे और वो मुझ पर दबाव बना रहे थे कि मैं उनके खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) में दिये गये बयानों को वापस ले लूं।
ठग सुकेश ने कहा कि जेल में तलाशी आम बात है लेकिन मेरे सेल में ली गई तलाशी के तरीके से पता चलता है कि मेरे खिलाफ की जा रही तलाशी सामान्य नहीं बल्कि "व्यक्तिगत प्रतिशोध" की भावना से की गई है।
उसने चिट्ठी में बताया है कि जेल में तलाशी नियमित प्रक्रिया है, लेकिन मेरे सेल में उसे जिस तरह से अंजाम दिया गया। वह दोनों अधिकारियों के अनुचित व्यवहार और मेरे प्रति व्यक्तिगत प्रतिशोध को दर्शाता है। तलाशी के बाद अगले दिन दीपक शर्मा और जय सिंह ने मुझे अपने कार्यालय में बुलाया और कहा, "आपने सत्येंद्र जैन का पर्दाफाश किया लेकिन अब आपकी बारी है, हम आपका वीडियो जारी करेंगे और दुनिया को दिखाएंगे कि हमारे द्वारा आपके साथ कैसा व्यवहार किया जाता है।"
चिट्ठी के आखिर में सुकेश चंद्रशेखर ने कहा, "मैं विनम्रतापूर्वक इस मामले को केंद्रीय एजेंसी को सौंपने का अनुरोध करता हूं ताकि दीपक शर्मा और जय सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार की मेरी शिकायत पर निष्पक्ष जांच हो सके।"