ट्विटर पर ट्रेंड हुआ #गिरफ्तार_करो_ओवैसी_को, लोगों ने कहा-इसे पाकिस्तान भेज दो
By स्वाति सिंह | Published: November 11, 2019 06:41 PM2019-11-11T18:41:33+5:302019-11-11T18:41:33+5:30
ओवैसी ने कहा कि उन्हें (मुस्लिमों को) मस्जिद के लिये लड़ाई लड़नी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि आज भी भाजपा और आरएसएस के पास कई मस्जिदों की सूची है जिसे वे ‘‘बदलना’’ चाहते हैं।
आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन ( AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ भड़काऊ भाषण को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई है। वही, दूसरी और ओवैसी के इस भाषण को लेकर ट्विटर पर #गिरफ्तार_करो_ओवैसी_को ट्रेंड हो रहा है।
एक जनसभा को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अगर बाबरी मस्जिद तब वैध था तो इसकी जमीन उन्हें क्यों दी गयी जिन्होंने इसे ढहाया। अगर यह अवैध है तो इस पर एक मामला क्यों चल रहा है और आडवाणी के खिलाफ मामला क्यों वापस लिया गया। अगर यह वैध है तो इसे मुझे दे दीजिए।’’
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल किया कि अगर बाबरी मस्जिद अवैध था तो लालकृष्ण आडवाणी एवं अन्य के खिलाफ इसे ढहाये जाने के संबंध में मामला क्यों चलाया जा रहा था। शनिवार रात को शनिवार को अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा, ‘‘यह एक मूलभूत सवाल है...हमलोग इस फैसले से खुश नहीं हैं। बाबरी मस्जिद मेरा कानूनी हक है। मैं मस्जिद के लिये लड़ाई लड़ रहा हूं, जमीन के लिये नहीं।’’
@sambitswaraj@TajinderBagga@sudhirchaudhary@RajatSharmaLive@amethipolice@Uppolice please file a F.I.R for hate speech and disobeying & insulting Supreme Court#गिरफ्तार_करो_ओवैसी_कोhttps://t.co/kdj2WGOO4I
— PP (@pulkitpandey007) November 11, 2019
Meerut police has arrested 6 hindus for trying to celebrate #AyodhyaVerdict by bursting firecrackers.
— Lukky Vaishnav (@Lukky_Vaishnav) November 11, 2019
But why Govt not taken any action against #Owaisi ?
who is openly threatening & trying to disturb commun harmony in india after the Ayodhya verdict?#गिरफ्तार_करो_ओवैसी_कोhttps://t.co/eQVrXeEJVk
#गिरफ्तार_करो_ओवैसी_को owasi is anti-national and anti-hindu,openly spread venom against Hindu and India
— manish kumar jha (@drmanishjha) November 11, 2019
Either he should be jailed or thrown out of country,making peaceful majority in Hyderabad , does not give right to speak against law,judiciary and Hindu culture
#गिरफ्तार_करो_ओवैसी_को
— Chowkidar Madhu sharma (@madhusharma1905) November 11, 2019
Owasi should arrest immediately he is a person Of Hate politics.every time he gives such statements divide politics.
Why is police not taking action against Owaisi?
— Vijay Bhaskar (@TheVijayBhaskar) November 11, 2019
Arrest this terrorist immediately!!!#गिरफ्तार_करो_ओवैसी_को#गिरफ्तार_करो_ओवैसी_को#गिरफ्तार_करो_ओवैसी_कोpic.twitter.com/w0eKJCxQXq
How this radical Jihaadi Owaisi can be allowed to roam freely in India ???
— शिवांश भारद्वाज (@BhardwajShivnsh) November 11, 2019
This Terrorist mindset crap should be sent jail as soon as possible#गिरफ्तार_करो_ओवैसी_को
This owaisi should be send back to Pakistan so that he can promote all his agenda there peacefully.#गिरफ्तार_करो_ओवैसी_को
— Rahul Bhai (@bhiyaraam) November 11, 2019
शनिवार को अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद वहां राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया। रविवार को ओवैसी ने ट्वीट किया, ‘‘फिर आज एक मुस्लिम क्या देखता है? वहां कई साल से एक मस्जिद थी, जिसे ढहा दिया गया।’’
अदालत ने उस कथित निष्कर्ष पर कि जमीन रामलला से संबंधित है, उस जगह पर निर्माण की इजाजत दी है। उन्होंने एक और ट्वीट किया, ‘‘जमीन (वैकल्पिक) देकर हमें अपमानित किया जा रहा है। हमारे साथ भिखारियों जैसा बर्ताव नहीं करें।।। हमलोग भारत के सम्मानित नागरिक हैं। यह लड़ाई कानूनी हक के लिये है।’’ उन्होंने फिर दोहराया कि वह इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं।
उन्होंने कहा था कि हमने न्याय मांगा था, दान नहीं। अगर आपके घर को ढहा दिया जाये और आप न्याय मांगने जायें तो आपको घर दिया जायेगा या नहीं। क्या इसे घर ढहाने वालों को दे दिया जायेगा?’’ ओवैसी ने कहा कि उन्हें (मुस्लिमों को) मस्जिद के लिये लड़ाई लड़नी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि आज भी भाजपा और आरएसएस के पास कई मस्जिदों की सूची है जिसे वे ‘‘बदलना’’ चाहते हैं। उन्होंने शीर्ष अदालत के फैसले को लेकर समाजवादी पार्टी, बसपा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी समेत अन्य की ‘‘चुप्पी’’ पर सवाल उठाया।
उन्होंने कहा कि वह बाबरी मस्जिद विध्वंस के बारे में आने वाली पीढ़ी को बतायेंगे। ओवैसी ने समुदाय के नौजवानों से अनुरोध किया कि वे राजनीति में आयें और उनकी पार्टी का सहयोग करें। शनिवार को अयोध्या फैसला सुनाये जाने के तुरंत बाद ओवैसी ने कहा था कि संवेदनशील मामले में उच्चतम न्यायालय का फैसला ‘‘तथ्यों पर आस्था की जीत है’’ और उन्होंने मस्जिद निर्माण के लिये वैकल्पिक पांच एकड़ जमीन दिये जाने को खारिज करने का सुझाव दिया।