सोनिया गांधी के साथ बैठक में बोले CM उद्धव ठाकरे, 'पहले ये तय कर लीजिए कि लड़ना है या डरना है'
By पल्लवी कुमारी | Published: August 26, 2020 03:53 PM2020-08-26T15:53:43+5:302020-08-26T15:53:43+5:30
सोनिया गांधी के साथ बैठक में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश सिंह बघेल और पुडुचेरी के सीएम नारायणसामी हिस्सा ले रहे हैं।
नई दिल्ली: कांग्रेस की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की गैर भाजपा शासन वाले 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कहा कि हमें फैसला करना चाहिए कि हमें केंद्र सरकार से डरना है या लड़ना है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को जोरदार तरीके से अपनी आवाज उठानी चाहिए क्योंकि केंद्र सरकार हमारी आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है।
इस पर कांग्रेस की अंतिरम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, केंद्र सरकार के खिलाफ हमें साथ मिलकर काम करना होगा और लड़ना होगा। सोनिया गांधी ने बैठक में कहा, छात्रों की समस्याओं और परीक्षाओं के मुद्दे से केंद्र लापरवाही से निपट रहा।
"We should decide whether we have to fight or fear the Central government": Maharashtra CM Uddhav Thackeray at opposition Chief Ministers' meeting. pic.twitter.com/b1L6uNZNsg
— NDTV (@ndtv) August 26, 2020
सोनिया गांधी ने बैठक में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति धर्मनिरपेक्ष और वैज्ञानिक मूल्यों के लिए झटका, इसने सरकार की असंवेदनशीलता उजागर की है। वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, सत्तारूढ़ पार्टी विपक्ष के खिलाफ एजेंसियों का इस्तेमाल कर संघीय ढांचे को कमजोर कर रही है।
पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा, कोविड-19 के कारण इस साल पंजाब को 25,000 करोड़ रुपये का घाटा हो सकता है। उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि सभी मुख्यमंत्रियों को एक साथ प्रधानमंत्री के पास जाना चाहिए और राज्यों में राजस्व की स्थिति से उन्हें अवगत कराना चाहिए।
बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, अगर केंद्र सरकार को लगता है कि वो NEETऔर JEE की परीक्षा को स्थगित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील नहीं करेगी तो हम(राज्य सरकारें) संयुक्त रूप से सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकते हैं।
इस बात झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा, मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने से पहले हमें प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति के पास जाना चाहिए।