आज शाम अचानक सीएम नीतीश कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से की मुलाकात, बिहार में जारी सियासी बवंडर के बीच हलचलें हुई तेज
By एस पी सिन्हा | Published: January 25, 2023 09:48 PM2023-01-25T21:48:46+5:302023-01-25T22:20:51+5:30
आपको बता दें कि बीते दिनों जदयू उपेंद्र कुशवाहा ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि जदयू के बड़े बड़े नेता भाजपा से संपर्क में हैं। इस मामले पर जीतन राम मांझी ने कहा कि मैं नीतीश कुमार के साथ हूं, वो जिधर जाएंगे मैं उनके साथ ही रहूंगा।
पटना: जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा के बयान के बाद जदयू के अंदर शुरू हुए उथल-पुथल के बीच पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात हुई है। दोनों नेताओं के बीच बुधवार शाम चार बजे मुलाकात हुई है। ऐसे में इस मुलाकात को लेकर बिहार के सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है।
बहुत ही अहम मानी जा रही है यह मीटिंग
आपको बता दें कि महागठबंधन में जारी खींचतान के बीच दोनों नेताओं की यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। बताया जा रहा है कि वर्तमान हालात पर मांझी और मुख्यमंत्री के बीच बातचीत हुई होगी। इस मुलाकात को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाईं जा रही हैं।
दरअसल, बीते दिनों जदयू उपेंद्र कुशवाहा ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि जदयू के बड़े बड़े नेता भाजपा से संपर्क में हैं। इस मामले पर जीतन राम मांझी ने कहा कि मैं नीतीश कुमार के साथ हूं, वो जिधर जाएंगे मैं उनके साथ ही रहूंगा।
जो नीतीश को करेगा कमजोर वह खुद हो जाएगा कमजोर- पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी
मामले में मांझी ने कहा कि किसी के साथ मतभेद हो सकता है पर मनभेद नहीं होता है। भाजपा के साथ क्या है वो नीतीश कुमार ही बता सकते हैं। मांझी ने यह भी कहा कि जो नीतीश कुमार को कमजोर करेगा वो खुद कमजोर हो जाएगा। मांझी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि महागठबंधन में किसी तरह का कोई मतभेद नहीं है।
बता दें कि बिहार में राजद, जदयू और कांग्रेस समेत महागठबंधन में 7 पार्टियां हैं जिसमें जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा भी शामिल है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के चार विधायक हैं। वहीं महागठबंधन में जारी खींचतान पर जीतन राम मांझी ने एक बार फिर दोहराया है कि हमारी पार्टी नीतीश कुमार के साथ खड़ी है। नीतीश कुमार जहां रहेंगे हम उनके साथ खड़े रहेंगे।