CM नीतीश कुमार ने कहा- चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों के परिवारों को कराई जाएगी सरकारी मदद मुहैया

By एस पी सिन्हा | Published: July 3, 2019 05:51 AM2019-07-03T05:51:58+5:302019-07-03T05:51:58+5:30

विधान परिषद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष के सवालों पर कहा कि सरकार की ओर से कोई कोताही नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि सोशियो-इकोनॉमिक सर्वे कराया जा रहा है. गरीबों को पक्का मकान देने में मदद मिलेगी.

CM Nitish Kumar said that families of children who died due to chamki fever will be given government help | CM नीतीश कुमार ने कहा- चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों के परिवारों को कराई जाएगी सरकारी मदद मुहैया

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Highlightsबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सरकार एईएस यानि चमकी बुखार से हो रही मौत को लेकर पूरी तरह से संवेदनशील है. उन्होंने कहा कि एईएस से मरनेवालों बच्चों के परिवारों को सरकार एक लाख 20 हजार रुपये मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत उपलब्ध करायेगी.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सरकार एईएस यानि चमकी बुखार से हो रही मौत को लेकर पूरी तरह से संवेदनशील है. मंगलवार को बिहार विधान परिषद में जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार डॉक्टरों और नर्स की कमी पर काम कर रही है. जिलों में नर्सिंग कॉलेज खुल रहे हैं, लेकिन बच्चों की मौत के कारणों को विशेषज्ञ भी अभी तक नहीं जान पाए हैं.

विधान परिषद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष के सवालों पर कहा कि सरकार की ओर से कोई कोताही नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि सोशियो-इकोनॉमिक सर्वे कराया जा रहा है. गरीबों को पक्का मकान देने में मदद मिलेगी. ज्यादातर गरीब परिवार के बच्चों की मौतें हुई हैं. हर गरीब परिवारों को सरकारी मदद मुहैया करायी जायेगी. 

उन्होंने कहा कि एईएस से मरनेवालों बच्चों के परिवारों को सरकार एक लाख 20 हजार रुपये मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत उपलब्ध करायेगी. वहीं, विधान परिषद की कार्यवाही में भाग लेने के लिए आज सदन पहुंची पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत पर हमला बोला. 

उन्होंने कहा कि सरकार जवाब नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि सरकार को गलती माननी चाहिए और सदन में जवाब देना चाहिए. राबड़ी देवी ने विधान परिषद के बाहर भी विपक्षी दलों के नेताओं के साथ प्रदर्शन किया और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का इस्तीफा मांगा. 

वहीं, मुख्यमंत्री ने कहा कि लक्षणों के आधार पर ही बच्चों का इलाज किया जा रहा है. मुजफ्फरपुर के मामले में सरकार ने पूरी गंभीरता से काम किया है और सभी मृतकों के सोशल इकनॉमिक ऑडिट करने का हमने निर्देश दिया है. नीतीश कुमार ने कहा कि जो भी बच्चे मरे हैं लगभग सभी गरीब हैं. बीमारी से भर्ती हुए बच्चो में लड़कियां ज्यादा थीं. 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिनके घर नही हैं उनके घर बनेंगे और इसके लिए मुख्यमंत्री आवास योजना से उनको घर बनाने में मदद मिलेगी. जिनका जमीन नहीं है उन्हें 60 हजार अनुदान जमीन के लिए मिलेगा. जागरुकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि बीमारी से बचाव के लिए अभी भी जागरुकता की कमी है. मुजफ्फरपुर में गहनता के साथ जांच की जरूरत है. कई परिवार ऐसे भी हैं जिनके पास अभी राशन कार्ड नहीं है. 

नीतीश कुमार ने सभी पार्टियों से अपील करते हुए कहा कि सभी लोग सोशल ऑडिट में मदद करें, जिसे भी कोई जानकारी मिले वो सरकार को सूचित करे. उन्होंने सदन में चुटकी लेते हुए मजाकिया अंदाज में विपक्ष पर हमला बोला और कहा कि अगर पब्लिसिटी चाहिए तो मुझ पर बोलिये. लोगों को मेरे ऊपर बोलने से आजकल ज्यादा पब्लिसिटी मिलती है. लोग अगर मेरे बारे में बयान नही देंगे तो मीडिया में क्या छपेगा? उन्होंने कहा कि मेरा क्या-क्या नामकरण किया गया है ये सबको पता है.

Web Title: CM Nitish Kumar said that families of children who died due to chamki fever will be given government help

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