केंद्र की तरफ से कोई मदद नहीं, केंद्रीय बजट में बिहार को क्या मिलने वाला, सीएम नीतीश ने मोदी सरकार पर किया हमला
By एस पी सिन्हा | Published: January 25, 2023 05:02 PM2023-01-25T17:02:23+5:302023-01-25T17:03:37+5:30
पटना के एएन कॉलेज में प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछने पर कि केंद्रीय बजट में बिहार को क्या मिलने वाला है, इसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे समय से बिहार के विशेष राज्य के दर्जे के लिए मांग कर रहे हैं।
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से केन्द्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने केंद्र पर बिहार की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि अब तो कर्जा भी नहीं ले पा रहे हैं। पहले पिछड़े राज्य कर्ज लेकर अपना विकास करते थे, लेकिन अब तो कर्जा भी नहीं ले सकता।
पहले की केंद्र सरकार इस तरह से हस्तक्षेप नहीं करती थी, जितना आज कर रही है। दरअसल, पटना के एएन कॉलेज में प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मीडियाकर्मियों के यह पूछने पर कि केंद्रीय बजट में बिहार को क्या मिलने वाला है, इसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे समय से बिहार के विशेष राज्य के दर्जे के लिए मांग कर रहे हैं।
लेकिन केंद्र सरकार इस मांग को पूरा नहीं कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी मांग को पूरा करने के बजाए केंद्र बिहार के विकास में बाधा पहुंचाने का काम कर रहा है। हालांकि राज्य सरकार लगातार अपने स्तर से लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पूरे देश का एक साथ विकास होना चाहिए, केंद्र को इन सब चीजों को देखना चाहिए।
बिहार सरकार राज्य के विकास के लिए बहुत सारा काम करवाना चाह रही है, लेकिन केंद्र की तरफ से कोई मदद नहीं दी जा रही है। केंद्र सरकार मदद भी नहीं कर रही है और जब बिहार सरकार कर्ज लेना चाह रही है तो उसपर भी रोक लगा दिया है। इसका मतलब तो यही हुई कि जो गरीब राज्य है, उसे कर्जा भी नहीं मिलेगा और उसे आगे भी नहीं बढ़ने दिया जाएगा।
केंद्र सरकार ने इससे पहले कभी इतनी दखलअंदाजी नहीं की। भाजपा पर आरोप पर लगाते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि वे लोग जब साथ थे तब भी मदद नहीं कर रहे थे, अब अलग हैं तब भी नहीं कर रहे हैं। वैसे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। हमलोग अपने प्रयास से बिहार का विकास कर रहे हैं। एनडीए से अलग होने के बाद केंद्र से मदद नहीं मिलने के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि वे क्या दिक्कत करेंगे?
वे लोग जो भी कर रहे हैं, अपने लिए ही कर रहे हैं। केंद्र की सरकार अपने फायदे के लिए जो कुछ कर रही है, उससे उसे कोई लाभ नहीं होने वाला है। केंद्रीय बजट से क्या मिलेगी वो तो समय आने पर पता चल ही जाएगा। वहीं इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक बार फिर रेल बजट को आम बजट से अलग पेश करने की मांग केंद्र सरकार से की है।
उन्होंने फिर दोहराया कि पहले रेल बजट पर कितना बहस होता था। सबकी निगाहें रेल बजट पर होती थीं। हम तो चाहते हैं कि फिर से रेल का बजट अलग हो। श्रद्धेय अटल जी की सरकार में हमें रेलवे का काम करने का मौका मिला था। कितना काम हुआ था। ये लोग उस समय की कामों की चर्चा नहीं करते, सिर्फ आज की बात करते हैं।