लोजपा में नहीं थम रहा बवाल, चिराग ने पांच असंतुष्ट सांसदों को निष्कासित किया, पारस गुट ने उन्हें अध्यक्ष पद से हटाया
By अभिषेक पारीक | Updated: June 15, 2021 20:47 IST2021-06-15T20:41:12+5:302021-06-15T20:47:12+5:30
चिराग पासवान की अगुवाई वाले धड़े ने मंगलवार को पांच असंतुष्ट पार्टी सांसदों को निष्कासित कर दिया, वहीं उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाले गुट ने चिराग को पार्टी अध्यक्ष पद से हटा दिया।

चिराग पासवान। (फाइल फोटो)
लोक जनशक्ति पार्टी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। बुधवार को दोनों धड़ों के बीच की तकरार और तेज हो गई। चिराग पासवान की अगुवाई वाले धड़े ने मंगलवार को पांच असंतुष्ट पार्टी सांसदों को निष्कासित कर दिया, वहीं उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाले गुट ने चिराग को पार्टी अध्यक्ष पद से हटा दिया।
चिराग पासवान को पार्टी अध्यक्ष के पद से हटाने के बाद सूरजभान को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। बताया जा रहा है कि वे पार्टी के नए अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चिराग को एक व्यक्ति, एक पद के नियम के तहत अध्यक्ष पद से हटाया गया है।
पार्टी पर नियंत्रण की कोशिशें तेज
एक दिन पहले ही लोकसभा सचिवालय ने पारस को सदन में लोजपा के नेता के तौर पर मान्यता दी थी। इसके बाद दोनों धड़ों ने आनन-फानन में पार्टी पर नियंत्रण पाने की कोशिशें तेज कर दीं हैं। चिराग समर्थकों ने पटना में लोजपा के ऑफिस में बागी सांसदों के चेहरे पर कालिख पोत दी। जिसके बाद पुलिस को माहौल शांत कराना पड़ा।
Bihar: Supporters of Chirag Paswan smear black ink on the posters of 5 LJP MPs including Pashupati Kumar Paras outside the party's office in Patna pic.twitter.com/J3K6KAhhXP
— ANI (@ANI) June 15, 2021
अलग-थलग पड़ गए हैं चिराग
पारस पार्टी संस्थापक दिवंगत राम विलास पासवान के सबसे छोटे भाई हैं। राम विलास पासवान के पुत्र चिराग संसदीय दल में अलग-थलग पड़ गये हैं क्योंकि उन्हें छोड़कर बाकी सांसद पारस का समर्थन कर रहे हैं।
निर्वाचन आयोग तक पहुंच सकता है मामला
सूत्रों ने कहा कि पारस को पार्टी के अन्य नेताओं का भी समर्थन प्राप्त है। दोनों धड़े पार्टी पर अपने नियंत्रण का दावा कर रहे हैं, ऐसे में मामला निर्वाचन आयोग तक पहुंचने के आसार हैं।