चिंगारी ऐप ने महिलाओं को लिए महीने में दो दिन मासिक धर्म अवकाश की घोषणा की
By शिवेंद्र राय | Published: March 6, 2023 06:53 PM2023-03-06T18:53:03+5:302023-03-06T19:01:33+5:30
चिंगारी 8 मार्च को मुंबई में महिला दिवस के अवसर पर महिला बाइक रैली भी आयोजित कर रही है। चिंगारी ऐप के नवीनतम कदम ने पीरियड लीव की बहस को फिर से छेड़ दिया है।
नई दिल्ली: भारतीय ऑन-चेन सोशल ऐप, चिंगारी ने 6 मार्च को अपनी महिला कर्मचारियों के लिए प्रति माह दो दिन के मासिक धर्म अवकाश की घोषणा की है। इस संबंध में नई नीति तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। कंपनी के अनुसार मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को जिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, उन्हें पहचानने और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए ये पहल की गई है। यह मासिक धर्म से जुड़े लंबे समय से चले आ रहे कलंक का मुकाबला करने का भी एक प्रयास है।
बता दें कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को छुट्टी देने की पहल लोकप्रियता में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। चिंगारी अपनी महिला क्रिएटर्स को मंच पर उनके प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण और शैक्षिक सत्रों की पेशकश करके उनका समर्थन करने के अपने प्रयासों के लिए जाना जाता है। इसके अतिरिक्त, ऐप गृहिणियों को अपनी सेवाओं के माध्यम से आय उत्पन्न करने में सक्षम बनाने में सहायक रहा है, विशेष रूप से टियर 2, 3 और 4 क्षेत्रों में।
चिंगारी के सह-संस्थापक और सीईओ सुमित घोष ने कहा, "हम कार्यस्थल में महिलाओं को सशक्त बनाने के महत्व को समझते हैं और एक समावेशी और सहायक कार्य वातावरण बनाने के लिए समर्पित हैं। हमारा मानना है कि यह नीति हमारी महिला कर्मचारियों को उनके स्वास्थ्य के प्रबंधन में सहायता करेगी।"
चिंगारी 8 मार्च को मुंबई में महिला दिवस के अवसर पर महिला बाइक रैली भी आयोजित कर रही है। चिंगारी ऐप के नवीनतम कदम ने पीरियड लीव की बहस को फिर से छेड़ दिया है। कंपनी के अनुसार मासिक धर्म की छुट्टी को अपनाना महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण को चैंपियन बनाने के व्यापक प्रयास का एक घटक है।
बता दें कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को छुट्टी देने की मांग लंबे समय से हो रही है। हाल ही में स्पेन के सांसदों ने महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान वैतनिक चिकित्सा अवकाश देने वाले कानून को अंतिम मंजूरी दी है। ऐसा करने वाला स्पेन पहला यूरोपीय देश बन गया है। स्पेन से पहले मासिक धर्म के दौरान जापान, इंडोनेशिया और जाम्बिया जैसे कुछ ही देशों में छुट्टी दी जाती है। अब भारत में भी कंपनियां इस दिशा में आगे बढ़ रही हैं।