भारतीय सीमा में घुस आए थे 11 चीनी सैनिक और 2 हेलीकॉप्टर, सेना ने खदेड़कर भगाया
By जनार्दन पाण्डेय | Published: October 16, 2018 04:58 AM2018-10-16T04:58:27+5:302018-10-16T04:58:27+5:30
चीन की सेना के करीब 300 सैनिकों ने जुलाई के शुरू में पूर्वी लद्दाख क्षेत्र के देमचोक इलाके में घुसपैठ की थी और चार तंबू गाड़ लिए थे।
चीनी सैनिकों की भारतीय सीमा में घुसपैठ के वाकये कम होने का नाम नहीं ले रहे। एक ताजा जानकारी के अनुसार अक्टूबर के पहले सप्ताह में करीब 11 सैनिक अरूणाचल प्रदेश की सीमा में घुस आए। जबकि अगस्त के महीने में चीनी सेना के 2 हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा में दाखिल हो गए थे।
चीनी सेना की हरकत जानने के बाद भारतीय सेना उन्हें ललकारा। भारतीय सेना की ओर से कार्रवाई होता देख चीनी सेना लौट गई। लेकिन साल 2017 के डोकलाम विवाद से लगातार चीनी सैनिकों के भारत में घुसपैठ करने के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
जुलाई में घुसे थे 300 सैनिक, पर भारतीय सेना नहीं माना था घुसपैठ
इस जुलाई के महीने में चीनी सैनिकों का एक समूह अरूणाचल प्रदेश की दिबांग घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा पार कर कुछ वक्त के लिए भारत की तरफ आ गया लेकिन भारतीय सुरक्षा कर्मियों के आपत्ति जताने पर वे वापस चले गए।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि यह ‘उल्लंघन नहीं था’ और वास्तविक नियंत्रण रेखा की अलग-अलग धारणा के कारण चीनी सेना के कर्मी भारतीय क्षेत्र में आ गए थे। सूत्रों ने बताया कि घटना 25 जुलाई के आसपास की है।
ईटानगर में सूत्रों ने बताया कि अरूणाचल प्रदेश से लोकसभा सदस्य निनोंग इरिंग ने मीडियो रिपोर्टों और दिबांग घाटी में स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के आधार पर घटना के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। पत्र में उन्होंने कहा कि सरकार को अरूणाचल प्रदेश में ‘चीनी उल्लंघन’ के मुद्दे को बीजिंग के साथ उठाना चाहिए।
चीन की सेना के करीब 300 सैनिकों ने जुलाई के शुरू में पूर्वी लद्दाख क्षेत्र के देमचोक इलाके में घुसपैठ की थी और चार तंबू गाड़ लिए थे। वे खानाबदोशों के रूप में भारतीय क्षेत्र में आए थे और तंबू गाड़ लिए थे। भारत के विरोध के बाद चीनी सेना के कर्मी बाद में वहां से चले गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि ऐसे उल्लंघन असामान्य नहीं है क्योंकि चीन और भारत दोनों की ही वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर अलग अलग धारणाएं हैं। भारत नियमित तौर पर ऐसी सभी घटनाओं को चीनी अधिकारियों के साथ उचित स्तर पर उठाता है।
भारत और चीन की करीब 4000 किलोमीटर लंबी सरहद है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, चीनी सेना द्वारा उल्लंघन कर भारतीय क्षेत्र में आने की घटनाएं 2017 में बढ़कर 426 हो गई थी जो 2016 में 273 थी।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)