चीन में भारत के राजदूत रहे गौतम बंबावले ने सुनाई खरी-खरी, कहा- चीन भारत के साथ संतुलित, दूरंदेशी संबंध की इच्छा नहीं रखता
By भाषा | Published: July 3, 2020 05:21 AM2020-07-03T05:21:01+5:302020-07-03T05:21:01+5:30
चीन में भारत के राजदूत रहे गौतम बंबावले ने चीन को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि वह भारत के साथ संतुलित और दूरदर्शिता वाले संबंधों की इच्छा नहीं रखता।
नई दिल्ली।चीन में भारत के राजदूत रहे गौतम बंबावले ने गुरुवार को कहा कि अपने सैन्य रूख से चीन ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि वह भारत के साथ संतुलित और दूरदर्शिता वाले संबंधों की इच्छा नहीं रखता।
बंबावले ने कहा कि अगर भारत को विस्तारित जी-7 का हिस्सा बनने का अवसर मिलता है तो उसे हासिल करना चाहिए और इस बात की चिंता नहीं करनी चाहिए कि किसे शामिल किया गया है और किसे नहीं? अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत, रूस, आस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया को शामिल करके जी-7 के विस्तार की जमीन तैयार की है।
चीन एक जिम्मेदार पक्षकार नहीं है: गौतम बंबावले
''इंडिया राइट्स नेटवर्क'' की ओर से आयोजित वेबिनार में बंबावले ने कहा, ''कुछ वर्ष पहले इस बात को लेकर बड़ी चर्चा थी कि अंतरराष्ट्रीय प्रणाली में चीन एक जिम्मेदार पक्षकार है या नहीं और मैं सोचता हूं कि आज की तारीख में जवाब बिल्कुल स्पष्ट है और हम सभी के लिए बिल्कुल साफ है कि चीन एक जिम्मेदार पक्षकार नहीं है। असल में मैं इसे एक गैर-जिम्मेदार पक्षकार कह सकता हूं।''
5 मई से चल रहा है भारत और चीन के बीच लद्दाख में विवाद
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा पर विवाद 5 मई से चल रहा है और दोनों देशों की सेनाएं कई बार आपस में भिड़ चुकी हैं। 15 जून को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे और कई घायल हुए थे।