अर्थव्यवस्था को न्यूनतम प्रभावित करने वाले लॉकडाउन की योजना बनाएं: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 29, 2021 02:22 PM2021-03-29T14:22:49+5:302021-03-29T14:25:39+5:30
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के अलावा अन्य अधिकारियों के साथ हुई बैठक में कार्यबल के सदस्यों ने अगले 24 घंटों में राज्य में 40,000 नए मामले सामने आने को लेकर आशंका जाहिर की.
मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को राज्य में कोविड-19 पर कार्यबल की सिफारिश पर लॉकडाउन लागू करने के लिए ऐसी योजना तैयार करने के निर्देश दिए, जिससे अर्थव्यवस्था कम से कम प्रभावित हो.
मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के अलावा अन्य अधिकारियों के साथ हुई बैठक में कार्यबल के सदस्यों ने अगले 24 घंटों में राज्य में 40,000 नए मामले सामने आने को लेकर आशंका जाहिर की. इस दौरान, राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने कहा कि आने वाले दिनों में बिस्तरों की संख्या, ऑक्सीजन आपूर्ति और वेंटिलेटर पर भारी दबाव होगा और अगर मामलों की संख्या बढ़ती है तो इनकी कमी का सामना भी करना पड़ सकता है.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कोविड-19 संक्रमितों के इलाज के लिए राज्य में बिस्तरों, दवाओं और ऑक्सीजन की उपलब्धता समेत अन्य स्वास्थ्य संबंधी तैयारियों की समीक्षा की. कार्यबल ने संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए राज्य में सख्त लॉकडाउन लागू करने की सिफारिश की.
बाद में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को लॉकडाउन लागू करने के संबंध में ऐसी विस्तृत योजना तैयार करने के निर्देश दिए, जिससे अर्थव्यवस्था कम से कम प्रभावित हो. मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया, ''लॉकडाउन की घोषणा होने पर लोगों के बीच किसी तरह के असमंजस की स्थिति नहीं होनी चाहिए.''
वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर जनता द्वारा देरी से परीक्षण कराए जाने को जिम्मेदार ठहराया. 3.57 लाख आइसोलेशन बेड में से 1.07 लाख बेड भरे डॉ. व्यास ने कहा कि फिलहाल 3 लाख 57 हजार आइसोलेशन बेड में से 1 लाख 7 हजार बेड भर गए हैं. बाकी तेजी से भरते जा रहे हैं.
60349 ऑक्सीजन बेड में से 12701 भर चुके हैं. 9030 वेंटिलेटर में से 1881 पर संक्रमितों को रखा गया है. कुछ जिलों में ऑक्सीजन बेड उपलब्ध नहीं है, जिससे आने वाले दिनों में स्थिति विकट हो सकती है. कान्टैक्ट ट्रेसिंग पर देना होगा जोर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि शहरों के साथ ही गांवों में भी संक्रमितों तथा उनके संपर्क में आए लोगों (कान्टैक्ट ट्रेसिंग) को बढ़ाए जाने की जरूरत है.