चार धाम यात्रा: स्वास्थ्य कारणों से अब तक 39 तीर्थयात्रियों की मौत, अस्वस्थ यात्रियों को यात्रा न करने की सलाह

By विशाल कुमार | Published: May 16, 2022 10:34 AM2022-05-16T10:34:43+5:302022-05-16T10:36:03+5:30

उत्तराखंड की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट ने कहा कि चार धाम यात्रा मार्ग पर अब तक 39 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। मृत्यु का कारण उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी समस्याएं और पर्वतीय बीमारी रही है। चिकित्सकीय रूप से अयोग्य तीर्थयात्रियों को यात्रा न करने की सलाह दी जा रही है।

char dham yatra 39 pilgrims have died health uttarakhand health department | चार धाम यात्रा: स्वास्थ्य कारणों से अब तक 39 तीर्थयात्रियों की मौत, अस्वस्थ यात्रियों को यात्रा न करने की सलाह

चार धाम यात्रा: स्वास्थ्य कारणों से अब तक 39 तीर्थयात्रियों की मौत, अस्वस्थ यात्रियों को यात्रा न करने की सलाह

Highlightsमृत्यु का कारण उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी समस्याएं और पर्वतीय बीमारी रही हैं।चिकित्सकीय रूप से अयोग्य तीर्थयात्रियों को यात्रा न करने की सलाह दी जा रही है। उत्तराखंड सरकार ने बुधवार को स्वास्थ्य संबंधी दिशानिर्देश जारी किए थे।

देहरादून: उत्तराखंड के उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित चारधामों की यात्रा पर जाने वाले अब तक 39 तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य कारणों से मौत हो चुकी है। उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी।

उत्तराखंड की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट ने कहा कि चार धाम यात्रा मार्ग पर अब तक 39 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। मृत्यु का कारण उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी समस्याएं और पर्वतीय बीमारी रही हैं। चिकित्सकीय रूप से अयोग्य तीर्थयात्रियों को यात्रा न करने की सलाह दी जा रही है।

यही कारण है कि चार धामों की यात्रा पर आने वाले, खासतौर से बुजुर्ग श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित उत्तराखंड सरकार ने बुधवार को स्वास्थ्य संबंधी दिशानिर्देश जारी किए, साथ ही मंदिरों में उमड़ रही भारी भीड़ के मददेनजर प्रत्येक धाम में प्रतिदिन दर्शन के लिए निर्धारित अधिकतम श्रद्धालुओं की संख्या में एक हजार की बढ़ोतरी की।

बता दें कि, उत्तराखंड के उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित चारधामों की यात्रा 3 मई को अक्षय तृतीया के पर्व से शुरू हुई थी। चार धाम यात्रा के हिस्से के रूप में, तीर्थयात्री उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री और गंगोत्री, रुद्रप्रयाग में केदारनाथ और चमोली में बद्रीनाथ जाते हैं।

डॉ. शैलजा ने पहले कहा था कि यात्रा मार्गों पर बनाए गए बिंदुओं पर तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। शैलजा ने कहा कि इस साल तीर्थयात्रियों की संख्या काफी अधिक है क्योंकि यात्रा 2020 और 2021 में महामारी के कारण नहीं हुई थी।

Web Title: char dham yatra 39 pilgrims have died health uttarakhand health department

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे