अंतरिक्ष विभाग भारतीय अंतरक्षित अनुसंधान संगठन (इसरो) के चीफ के सिवन ने कहा कि मैंने चंद्रयान-2 के 98 फीसदी सफल होने की बात नहीं कही थी, बल्कि यह बात विक्रम की हार्ड लैंडिंग की जांच कर रही कमिटी ने कहा था। के. सिवन ने टाइम्स ऑफ इंडिया के एक साक्षात्कार के दौरान ये बात कही।
‘चंद्रयान-2’ के लैंडर ‘विक्रम’ के चांद की सतह को छूने से चंद मिनटों पहले जमीनी स्टेशन से उसका संपर्क टूट जाने के बाद इसरो ने कहा था कि लैंडर से संपर्क टूटने के बावजूद भी मिशन 95 फीसदी सफल रहा।
के सिवन ने अपने इंटरव्यू में कहा कि 98 फीसदी सफलता की बात कमिटी ने अपनी शुरुआती विश्लेषण के आधार पर बताया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक सिवन ने कहा कि लॉन्चर जीएसएलवीएमके 3 का लिफ्ट-ऑफ सफल रहा और उसके बाद मॉड्युल का अर्थ-बाउंड मनूवर, ट्रांस-लुनर इंजेक्शन, लुनर-ऑर्बिट इन्सर्शन, लुनर-ऑर्बिट मनुवर और लैंडर-ऑर्बिटर सेपरेशन सभी कुछ सटीक था।
पीएम मोदी ने के सिवन से कही ये बात
इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि लैंडर ‘विक्रम’ के चांद की सतह को छूने से चंद मिनटों पहले जमीनी स्टेशन से उसका संपर्क टूटने के बाद पीएम मोदी ने मुझसे कहा कि आप चिंतित न हों, ख्याल रखें। सब ठीक हो जाएगा। मामूल हो कि इस दौरान के सिवन भावुक हो गए थे और तब पीएम मोदी ने उन्हें गले लगा लिया था।
गौरतलब है कि भारत के चंद्रयान-2 मिशन को उस समय झटका लगा, जब लैंडर विक्रम से चंद्रमा के सतह से महज दो किलोमीटर पहले इसरो का संपर्क टूट गया। इसरो ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि विक्रम लैंडर उतर रहा था और लक्ष्य से 2.1 किलोमीटर पहले तक उसका काम सामान्य था। उसके बाद लैंडर का संपर्क जमीन पर स्थित केंद्र से टूट गया। आंकड़ों का विश्लेषण किया जा रहा है।