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Chandra Grahan 2021 November: इस महीने लग रहा है चंद्र ग्रहण, जानें तारीख, समय, सूतक और प्रभाव

By रुस्तम राणा | Updated: November 9, 2021 08:05 IST

साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कार्तिक पूर्णिमा के दिन 19 नवंबर शुक्रवार को लगेगा। यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा जो भारत के असम और अरुणाचल प्रदेश में ही कुछ समय के लिए दिखाई देगा।

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ठळक मुद्दे19 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगेगा चंद्र ग्रहणचंद्र ग्रहण सुबह 11:34 बजे से शुरू होकर शाम 05:33 बजे पर खत्‍म होगा

Chandra Grahan 2021: चंद्र ग्रहण नवंबर माह में लगने जा रहा है। ग्रहण के दौरान शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है। इस अवधि में शुभ एवं नए कार्य, पूजा-पाठ, भोजन ग्रहण आदि कार्यों को करना उचित नहीं माना जाता है। ग्रहण का प्रभाव सूतक काल से प्रारंभ हो जाता है। चंद्र ग्रहण में ग्रहण के समय से 9 घंटे पूर्व ही सूतक काल लग जाता है, जो ग्रहण की समाप्ति के साथ खत्म होता है। इस महीने लगने वाला ग्रहण साल का अंतिम ग्रहण होगा। आइए जानते हैं ग्रहण की तिथि, समय और सूतक काल के बारे में  

चंद्र ग्रहण की तारीख

साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कार्तिक पूर्णिमा के दिन 19 नवंबर शुक्रवार को लगेगा। यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा जो भारत के असम और अरुणाचल प्रदेश में ही कुछ समय के लिए दिखाई देगा। इसके अलावा अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में इस चंद्र ग्रहण को देखा जा सकेगा। 

चंद्र ग्रहण का समय 

भारतीय समयानुसार, चंद्र ग्रहण 19 तारीख को सुबह 11:34 बजे से शुरू होकर शाम 05:33 बजे पर खत्‍म हो जाएगा। भारत में ग्रहण का सूतक मान्य नहीं होगा।  

इस राशि नक्षत्र में लगेगा ग्रहण, जानें प्रभाव

ज्योतिषीय गणना के अनुसार, साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि के दिन वृषभ राशि और कृत्तिका नक्षत्र में लगेगा। वृषभ राशि के जातकों के लिए यह अवधि समस्याकारक रह रहती है। इस राशि के जातकों को बहस और फिजूल खर्ची से बचने की सलाह दी जाती है।

चंद्र ग्रहण के दौरान सावधानियां

वैसे तो इस दौरान सूतक काल प्रभावी नहीं होगा। किंतु धार्मिक मान्यता के अनुसार, ग्रहण के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है। सूतक काल में खाने-पकाने, पूजा-पाठ से परहेज करना चाहिए। इस दौरान मन में ईश्वर की आराधना करनी चाहिए। ग्रहण के बाद स्‍नान जरूर करें। पूरे घर में गंगाजल छिड़कर उसे शुद्ध करना चाहिए। इस अवधि में गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। चंद्र ग्रहण के दौरान शिव आराधना करने से लाभ मिलता है।

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