प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत बंगाल के किसानों को रुपये नहीं दे रही केंद्र सरकार: बनर्जी
By भाषा | Updated: February 9, 2021 17:04 IST2021-02-09T17:04:29+5:302021-02-09T17:04:29+5:30

प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत बंगाल के किसानों को रुपये नहीं दे रही केंद्र सरकार: बनर्जी
कल्ना (प बंगाल), नौ फरवरी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों की सत्यापित सूची भेजे जाने के बावजूद केंद्र की भाजपा नीत सरकार ने राज्य में किसानों को प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत रुपये नहीं दिये हैं।
बनर्जी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह झूठे दावे कर रही है कि वह किसानों को रुपये नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार प्रत्येक किसान को पांच हजार रुपये दे रही है और उसने मुफ्त फसल बीमे की भी व्यवस्था की है।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को विधानसभा में सूचित किया था कि केंद्र सरकार द्वारा सत्यापन के लिए भेजे गए किसानों के छह लाख आवेदनों में से राज्य सरकार ने जरूरी काम करने के बाद ढाई लाख नामों की सूची वापस भेजी थी।
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व वर्धमान जिले के कल्ना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसानों को अत्याचार का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने पश्चिम बंगाल में सभी किसानों को सहायता प्रदान की है और राज्य में किसानों की स्थिति कई अन्य राज्यों के कृषकों से बेहतर है।
उन्होंने कहा, ‘‘नये कृषि कानूनों को निरस्त किया जाना चाहिए और आंदोलन को हमारा समर्थन तब तक जारी रहेगा, जब तक कि यह हासिल नहीं हो जाता।’’
तृणमूल कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं द्वारा पार्टी छोड़ने के बीच बनर्जी बनर्जी ने कहा कि जिन लोगों ने गलत काम किये हैं, वे पार्टी छोड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं गलत कार्य बर्दाश्त नहीं करती, इसीलिए कुछ पहले से छोड़ रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि उन्हें (आगामी चुनावों के लिए) टिकट नहीं मिलेगा।’’
बनर्जी ने कहा, ‘‘मां बच्चे की पूरी देखभाल के साथ बड़ा करती है लेकिन वह तब उसे छोड़ देता है जब उसे उसकी ज़रूरत होती है। पार्टी ऐसे लोगों के बिना ही बेहतर है।’’
बनर्जी ने लोगों को सलाह दी कि वे भाजपा द्वारा दिए गए धन को स्वीकार कर लें और दावत का आनंद लें लेकिन भाजपा को वोट नहीं दें।
उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल की कानून-व्यवस्था भाजपा शासित राज्यों से बेहतर है। उन्होंने दावा किया कि त्रिपुरा की जनता भाजपा को सत्ता में लाकर पछता रही है।
बनर्जी ने कहा, ‘‘वहां के लोग अपने अधिकारों के लिए नहीं बोल सकते और अत्याचार का सामना कर रहे हैं।’’
बनर्जी ने दोहराया कि भाजपा विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में बाहरी लोगों को ला रही है और ये नेता फोटो खिंचवाने के लिए स्थानीय लोगों के घरों में भोजन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ बाहरी लोग महंगी कारों में आ रहे हैं और वे फोटो खिंचाने के लिए गांव के लोगों के घरों में भोजन कर रहे हैं, लेकिन उनके द्वारा किया जाने वाला भोजन पांच सितारा होटलों से लाया जाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में शासन राज्य के लोगों द्वारा किया जाएगा, गुजरात से आने वालों द्वारा नहीं।’’
बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के लापता होने के रहस्य को सुलझाने के लिए कुछ नहीं किया।
उन्होंने भाजपा पर हिंदुत्व के बारे में झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी धर्म के आधार पर विभाजन नहीं करती।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘भाजपा ने देश को एक शवदाहगृह में बदल दिया है लेकिन हम वैसा बंगाल में नहीं होने देंगे।’’
बनर्जी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस लगातार तीसरी बार जीत हासिल करेगी।
उन्होंने माकपा नीत मोर्चे पर निशाना साधते हुए दावा किया कि उनके और भाजपा में कोई अंतर नहीं है।
कुछ दिन पहले ही नौकरी से इस्तीफा देने वाले आईपीएस अधिकारी हुमायूं कबीर, रैली में बनर्जी की उपस्थिति में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने की संभावना है।
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