सीबीआई में संघर्षः सरकार के दखल के बाद टॉप अधिकारियों की छुट्टी, नागेश्वर राव बने CBI के अंतरिम निदेशक
By आदित्य द्विवेदी | Published: October 24, 2018 08:15 AM2018-10-24T08:15:50+5:302018-10-24T09:24:31+5:30
केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया है। संयुक्त निदेशक पद पर तैनात नागेश्वर राव को सीबीआई के अंतरिम निदेशक पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ऐसी सूचना है कि सीबीआई मुख्यालय सील कर दिया गया है। वहां न तो सीबीआई कर्मियों और न ही बाहरी लोगों को जाने की इजाजत दी जा रही है, क्योंकि अधिकारियों की एक टीम इमारत में है।
केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए घूसकांड में आरोपी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के दोनों शीर्ष अधिकारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया है। यह फैसला सीबीआई के अधिकारियों के बीच की लड़ाई खुलकर सामने आने के बाद लिया गया। सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना ने एक दूसरे पर रिश्वतखोरी और अनियमितता के गंभार आरोप लगाए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए सख्त कदम उठाया है। इस मामले से जुड़े सभी जांच अधिकारियों को हटा दिया गया है। नागेश्वर राव को सीबाआई का नया अंतरिम निदेशक बनाया गया है।
नागेश्वर राव को सीबीआई के अंतरिम निदेशक पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। राव सीबीआई में अभी संयुक्त निदेशक के तौर पर काम कर रहे थे। 1986 बैच के ओडिशा कैडर के आईपीएस अधिकारी राव तेलंगाना के वारंगल जिले के रहने वाले हैं।
एक सरकारी आदेश में कहा गया कि प्रधानमंत्री की अगुवाई वाली नियुक्ति समिति ने मंगलवार की रात संयुक्त निदेशक एम नागेश्वर राव को तत्काल प्रभाव से सीबीआई निदेशक के पद का प्रभार दिया। इस आदेश का मतलब यह है कि सरकार ने सीबीआई के पदानुक्रम में संयुक्त निदेशक से वरिष्ठ स्तर यानी अतिरिक्त निदेशक रैंक के तीन अधिकारियों को दरकिनार कर नागेश्वर राव को एजेंसी के निदेशक का प्रभार दिया। जिन तीन अतिरिक्त निदेशकों को दरकिनार किया गया है उनमें ए के शर्मा भी शामिल हैं। अस्थाना की ओर से की गई शिकायत में शर्मा का नाम सामने आया था।
सूत्रों ने बताया कि ऐसी सूचना है कि सीबीआई मुख्यालय सील कर दिया गया है। वहां न तो सीबीआई कर्मियों और न ही बाहरी लोगों को जाने की इजाजत दी जा रही है, क्योंकि अधिकारियों की एक टीम इमारत में है।
M Nageshwar Rao appointed interim CBI director with immediate effect; Visuals from outside Central Bureau of Investigation headquarters in Delhi pic.twitter.com/IVr5VhuodO
— ANI (@ANI) October 24, 2018
सीबीआई में संघर्ष की बड़ी अपडेट्सः-
- पिछले हफ्ते सीबीआई ने अपने विशेष निदेशक राकेश अस्थाना पर रिश्वत का मामला दर्ज किया था। इसके बाद राकेश अस्थाना ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा के खिलाफ एक दर्जन से ज्यादा आरोपों की लिस्ट निकाली है जो उन पर लगे आरोपों से दोगुनी है।
- इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक अस्थाना ने इन आरोपों लिस्ट को एक पत्र के साथ कैबिनेट सचिव और केंद्रीय सतर्कता आयोग को भेज दिया था।
- दिल्ली हाईकोर्ट ने सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को बड़ी राहत दे दी है। दिल्ली हाईकोर्ट ने राकेश अस्थाना को 29 अक्टूबर तक का समय दिया है। 29 अक्टूबर तक अस्थाना अपने ऊपर लगे आरोपों पर जवाब देंगे।
- केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मांस कारोबारी मोईन कुरैशी मामले को लेकर अपने ही डिप्टी एसपी देवेंद्र कुमार को 22 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उसने मंगलवार (23 अक्टूबर) को गिरफ्तार किए गए देवेंद्र कुमार के लिए 10 दिन के रिमांड की मांग की है, जबकि देवेंद्र कुमार के वकील ने दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत में जमानत की अर्जी दी है।