हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के घर पर सीबीआई की छापेमारी, बताया- राजनीतिक साजिश
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 25, 2019 10:16 AM2019-01-25T10:16:05+5:302019-01-25T15:03:46+5:30
सीबीआई ने पूर्व सीएम हुड्डा पर नैशनल हेरल्ड के लिए पंचकूला में नियमों के खिलाफ जमीन अलॉट करने के आरोप लगाए हैं। सीबीआई छापेमारी के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने घर पर मौजूद थे।
हरियाणा के रोहतक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के घर पर सीबीआई ने छापा मारा है। ये छापेमारी अवैध जमीन आवंटन के सिलसिले में की गई बताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीआई छापेमारी के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा घर पर ही मौजूद हैं। सीबीआई ने घर से किसी भी व्यक्ति की आवाजाही पर रोक लगा दी है। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने यह छापा साल 2005 में असोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) को गलत तरीके से जमीन आवंटित करने के मामले में मारा है। हुड्डा ने इसे राजनीतिक साजिश के तहत हुई कार्रवाई बताया है।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भूमि आवंटन में कथित अनियमितताओं के मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा एवं अन्य के खिलाफ शुक्रवार को एक नया मामला दर्ज किया। अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में 30 स्थानों पर छापे भी मारे गए।
Former Haryana CM BS Hooda on CBI raids: This is a result of political vendetta. I will fight this battle myself. I have complete faith in the judiciary. No one can silence my voice. pic.twitter.com/aPBp25dS2b
— ANI (@ANI) January 25, 2019
उन्होंने बताया कि एजेंसी के अधिकारियों की एक टीम आज तड़के हुड्डा के हरियाणा के रोहतक स्थित निवास पर पहुंची। अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के 30 स्थान जांच के घेरे में हैं। तलाश अभियान जारी रहने की वजह से एजेंसी ने मामले में अन्य कोई भी जानकारी उजागर नहीं की है।
CBI is conducting a raid at the residential premises of former Haryana Chief Minister BS Hooda in connection with an ongoing case; More details awaited. https://t.co/H7yPi0MH1A
— ANI (@ANI) January 25, 2019
क्या है जमीन आवंटन का मामला
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर आरोप है कि उन्होंने 28 अगस्त 2005 को पद का दुरुपयोग करते हुए नैशनल हेराल्ड को पंचकूला में जमीन आवंटन बहाल किया। यह जमीन एजेएल को 1982 में आवंटित की गई थी लेकिन कॉन्सट्रक्शन ना होने के चलते सरकार ने वापस ले ली। एजेएल ने इसका विरोध किया था। 2005 में हुड्डा ने एजेएल को जमीन दोबारा जारी कर दी। घपला ये हुआ कि पंचकूला की जमीन 1982 की दर पर ही आवंटित की गई।