Cash for Question case: आचार समिति के सामने पेश हुईं महुआ मोइत्रा, वकील जय अनंत देहाद्रई और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने दर्ज करवाए थे बयान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 2, 2023 11:51 AM2023-11-02T11:51:33+5:302023-11-02T11:52:24+5:30
Cash for Question case: भारतीय जनता पार्टी के सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली समिति ने मोइत्रा को इस मामले में पूछताछ के लिए तलब किया था।
Cash for Question case: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा 'रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने' के मामले में बृहस्पतिवार को लोकसभा की आचार समिति की समक्ष पेश हुईं। भारतीय जनता पार्टी के सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली समिति ने मोइत्रा को इस मामले में पूछताछ के लिए तलब किया था।
इस मामले के संदर्भ में वकील जय अनंत देहाद्रई और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने पिछले दिनों लोकसभा की आचार समिति के समक्ष पेश होकर अपने बयान दर्ज करवाए थे। भाजपा सांसद दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को 15 अक्टूबर को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया था कि मोइत्रा द्वारा लोकसभा में हाल के दिनों तक पूछे गये 61 प्रश्नों में से 50 प्रश्न अडाणी समूह पर केंद्रित थे।
#WATCH | TMC MP Mahua Moitra arrives at the Parliament in Delhi.
— ANI (@ANI) November 2, 2023
She is appearing before the Parliament Ethics Committee in connection with the 'cash for query' charge against her. pic.twitter.com/Hl4ZqG3eEl
उन्होंने शिकायत में कहा है कि किसी समय मोइत्रा के करीबी रहे देहाद्रई ने मोइत्रा और कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के बीच अडाणी समूह तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधने के लिए रिश्वत के लेनदेन के ऐसे साक्ष्य साझा किये हैं जिन्हें खारिज नहीं किया जा सकता। तृणमूल कांग्रेस की सांसद मोइत्रा ने आरोपों को ‘ठुकराए हुए पूर्व प्रेमी’ का झूठ करार देते हुए खारिज कर दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि अडाणी समूह उन्हें निशाना बनाने के लिए उनके पीछे पड़ा है क्योंकि वह समूह से जुड़े लेन-देन पर लगातार सवाल उठा रही हैं। हीरानंदानी ने एक हस्ताक्षरित हलफनामे में स्वीकार किया है कि मोइत्रा ने प्रधानमंत्री मोदी की ‘‘छवि खराब करने और उन्हें असहज करने’’ के लिए गौतम अडाणी पर निशाना साधा।
#WATCH | TMC MP Mahua Moitra arrives at the Parliament in Delhi.
— ANI (@ANI) November 2, 2023
She is appearing before the Parliament Ethics Committee in connection with the 'cash for query' charge against her. pic.twitter.com/P6kI912bGu