सांस नहीं ले पा रहा, वेंटिलेटर हटाया गया है: मरने से पहले हैदराबाद में बोला कोरोना मरीज
By अनुराग आनंद | Published: June 29, 2020 02:10 PM2020-06-29T14:10:30+5:302020-06-29T14:10:30+5:30
चेस्ट अस्पताल के अधीक्षक महबूब खान ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में हम हृदय में वायरल संक्रमण के कारण 25-40 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों की एक नई घटना देख रहे हैं।
नई दिल्ली:हैदराबाद में कोरोना से संक्रमित 35 वर्षीय शख्स ने अपनी मौत से पहले अस्पताल में वीडियो बनाकर अपने पिता को भेजा, जिसमें वह कह रहा था कि डॉक्टरों द्वारा वेंटिलेटर सपोर्ट हटाए जाने के बाद वह सांस नहीं ले पा रहा है।
एचटी के मुताबिक, उसने अपने वीडियो में कहा कि तीन घंटे से अधिक समय से मैं बार-बार उनको बता रहा हूं लेकिन उनमें से कोई मेरे निवेदन को समझने के लिए तैयार नहीं है। मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं...बाय डैडी।
यह घटना शुक्रवार की है, वीडियो रविवार को वायरल हुआ-
रिपोर्ट की मानें तो यह घटना शुक्रवार की है। जबकि मरीज के मौत के बाद रविवार को यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। शुक्रवार को सांस लेने में दिक्कत होने पर वीडियो बनाकर मरीज ने कहा कि उन्होंने वेंटिलेटर हटा दिया है और पिछले तीन घंटे से ऑक्सीजन की सहायता देने के लिए मेरी दलील का जवाब नहीं दे रहे हैं। मेरा दिल रुक गया है और केवल फेफड़े काम कर रहे हैं, लेकिन मैं साँस लेने में असमर्थ हूं डैडी। बाय डैडी। अलविदा डैडी।
अस्पताल ने इस पर क्या जवाब दिया-
इस मामले में चेस्ट अस्पताल के अधीक्षक महबूब खान ने इस आरोप का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि वेंटिलेटर हटाए जाने की बात सही नहीं है। उन्होंने कहा कि मौके पर वेंटिलेटर सपोर्ट मरीज को दिया जा रहा था। उन्होंने कहा कि लेकिन मरीज इतने गंभीर अवस्था में था कि वह ऑक्सीजन की आपूर्ति महसूस नहीं कर सका।
खान ने कहा कि उस आदमी की अचानक मौत हो गई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में हमने ऐसे कई मामले देखे हैं। आमतौर पर, कोविड -19 से संक्रमित फेफड़ों के पतन के कारण वृद्ध लोगों की मृत्यु हो जाती है। हम हृदय में वायरल संक्रमण के कारण 25-40 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों की एक नई घटना देख रहे हैं। उन्हें ऑक्सीजन प्रदान की जाती है, लेकिन वे इसे अपर्याप्त महसूस करते हैं।
मृत मरीज के पिता ने ये कहा-
मृतक मरीज के पिता ने कहा कि वीडियो भेजने के कुछ मिनट बाद उनके बेटे की मृत्यु हो गई थी और शनिवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा 24 जून को तेज बुखार से पीड़ित था।
कुछ अस्पतालों में प्रवेश के लिए कोशिश करने के बाद, आखिरकार उसे 24 जून को चेस्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 26 जून को उसकी मृत्यु हो गई। पिता, शहर के बाहरी इलाके में जवाहरनगर में रहते हैं।