संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को जारी प्रदर्शनों के दौरान 10 लोगों के मारे जाने की खबर है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में अस्पतालों के हवाले से इसका दावा किया है। हालांकि, प्रदेश पुलिस प्रमुख ने छह लोगों के मरने की पुष्टि की है। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने बताया कि प्रदेश के बिजनौर में दो लोग मारे गए हैं जबकि मेरठ, फिरोजाबाद और संभल में एक एक व्यक्ति की मौत हुई है। लेकिन अधिकारियों ने कानपुर में भी एक व्यक्ति के मारे जाने की भी सूचना दी है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इन लोगों की मौत के कारण का पता चल पाएगा।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर एक भी गोली नहीं चलाई। अधिकारियों ने बताया कि राज्यव्यापी प्रदर्शन के दौरान विभिन्न स्थानों पर पुलिस पर गोलीबारी किये जाने की खबरें थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने रबर बुलेट एवं आंसू गैस के गोले छोड़े। सिंह ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान 50 से अधिक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
इस प्रदर्शन के मद्देनजर यूपी के 21 शहरों में इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गई। करीब 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 3305 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मेरठ में सर्वाधिक 4 लोगों की मौत की खबर मिल रही है। अधिकारियों का कहना है कि शनिवार और रविवार को हालात की समीक्षा करने के बाद इंटरनेट से पाबंदी हटाने पर फैसला किया जाएगा।
शनिवार को सभी स्कूल और कॉलेज बंद
उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को राज्य के सभी स्कूल और कालेज बंद रहेंगे। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस संबंध में शुक्रवार रात आदेश जारी किया गया। गौरतलब है कि जबरदस्त सर्दी की वजह से सरकार ने सभी स्कूलों को गुरूवार एवं शुक्रवार को बंद रखने का आदेश जारी किया था। यह आदेश ऐसे समय आया है जब संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ राज्य के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुए हैं और इस दौरान हिंसा में छह लोगों की मौत हो गयी है।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से इनपुट्स लेकर