लेह हवाईअड्डे पर भारतीय वायु सेना का सी-17 ग्लोबमास्टर रनवे पर फंसा, रद्द करनी पड़ी कई उड़ानें
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 16, 2023 04:50 PM2023-05-16T16:50:23+5:302023-05-16T16:52:56+5:30
लेह हवाईअड्डे पर भारतीय वायु सेना की हैवी-लिफ्टर सी-17 ग्लोबमास्टर रनवे पर तकनीकी खामी के कारण फंस गया। इसके कारण हवाईअड्डे दूसरी फ्लाइट्स का संचालन बंद हो गया। रनवे जाम होने की खबर के बाद लेह हवाई अड्डे पर आने वाली सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।
नई दिल्ली: मंगलवार, 16 मई को लेह हवाईअड्डे पर भारतीय वायु सेना का हैवी-लिफ्टर सी-17 ग्लोबमास्टर रनवे पर तकनीकी खामी के कारण फंस गया। इसके कारण हवाईअड्डे दूसरी फ्लाइट्स का संचालन बंद हो गया। फ्लाइट्स का संचालन बंद होने के कारण कई यात्री फंस गए। अधिकारियों ने बताया है कि मरम्मत का काम पूरे दिन चलेगा।
सी-17 ग्लोबमास्टर के रनवे पर तकनीकी खामी के कारण फंसने के कारण संचालन के लिए लेह हवाईअड्डे को बंद कर दिया गया। इस वजह से यात्रियों को परेशानी भी हुई क्योंकि कई उड़ानों में बदलाव हुआ और कई उड़ानें रद्द हो गईं। इसकी जानकारी देने के लिए छ यात्रियों और एयरलाइंस ने ट्विटर का सहारा लिया।
विस्तारा ने बताया कि दिल्ली से लेह (DEL-IXL) जाने वाली उसकी उड़ान UK601 दिल्ली हवाई अड्डे पर लौट रही है। इंडिगो ने हवाई अड्डे के लिए अपनी सभी उड़ानें रद्द करते हुए कहा कि वे "सर्वोत्तम संभव तरीके" से यात्रियों की सहायता करने की कोशिश कर रहे हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है, "लेह हवाईअड्डा वर्तमान में गैर-परिचालन में है क्योंकि IAF C-17 हेवी-लिफ्टर तकनीकी समस्या के कारण रनवे पर फंस गया है। रनवे को जल्द से जल्द उड़ान लायक करने के लिए काम चल रहा है।"
बता दें कि इंडिगो, एयर इंडिया, स्पाइसजेट और विस्तारा जैसी घरेलू एयरलाइंस लेह के लिए हर दिन 11 उड़ानें संचालित करती हैं। एयर इंडिया, जो लेह के लिए दो दैनिक उड़ानें संचालित करती है, उनमें से एक को श्रीनगर की ओर मोड़ दिया और दूसरी उड़ान रद्द कर दी। स्पाइसजेट ने लेह से आने-जाने वाली अपनी तीन दैनिक उड़ानों में से दो को रद्द कर दिया। ये जानकारी भी सामने आई कि रनवे जाम होने की खबर के बाद लेह हवाई अड्डे पर आने वाली सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।
लद्दाख और कारगिल जैसी जगहों पर जाने वाले यात्री यहीं लैंड करते हैं। लेह हवाईअड्डा वायु सेना के नियंत्रण में है। यह सामरित दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। भारतीय वायुसेना के भारी विमान यहां से अक्सर उड़ान भरते हैं।