मुस्लिम फेरीवालों से सामान खरीदने पर लगेगा 5100 रुपए का जुर्माना- गुजरात ग्राम पंचायत के लेटर पैड से जारी हुआ आदेश, पोस्ट वायरल
By आजाद खान | Published: July 3, 2022 09:16 AM2022-07-03T09:16:56+5:302022-07-03T09:24:36+5:30
इस पर बोलते हुए प्रशासन ने कहा, "प्रशासक ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि जारी किया गया पत्र निराधार है और किसी को भी इसका पालन करने की आवश्यकता नहीं है। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
गांघीनगर: गुजरात के बनासकांठा के वाघासन गांव का एक लेटर पैड वायरल हो रहा है जिसमें यह कहा जा रहा है कि मुस्लिम फेरीवाले से सामान नहीं खरीदना चाहिए। इस पैड में यह भी कहा जा स रहा है कि जो कोई भी इनसे सामान खरीदेगा उन्हें 5100 रुपए का जुर्माना देना होगा। इस सोशल मीडियो पोस्ट में पूर्व सरपंच माफीबेन पटेल के हस्ताक्षर और मोहर भी लगे है। पोस्ट के वायरल होने के बाद स्थानीय प्रशासन ने बयान जारी कर कहा है कि लेटर पैड के जरिए जो भी निर्देश दिया गया है वह अधिकारिक नहीं है और वे अब इस पर एक्शन भी ले रहे है।
क्या है पूरा मामला
आज तक की एक खबर के मुताबिक, यह मामला बनासकांठा के वाघासन गांव का है जहां पर इस तरीके से लेटर पैड पर यह निर्देश जारी कर मुस्लिम फेरीवालों से सामान नहीं खरीदने की बात कही गई है। बताया जा रहा है कि यह निर्देश उदयपुर में हुई टेलर की हत्या के मद्देनजर दिया जा रहा है।
वायरल सोशल मीडियो पोस्ट में लिखा है, 'अगर कोई दुकानदार मुस्लिम व्यापारियों से सामान लेते हुए देखा गया तो उस पर 5100 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा और वो पैसा योगदान गोशाला को दिया जाएगा।'
इस लेटर पैड में 30 जून, 2022 की तारीख दी गई है और इसमें बकायदा पूर्व सरपंच के हस्ताक्षर और मोहर भी है। देखते ही देखते यह पोस्ट वायरल हो गया था और इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया भी आ रही है।
प्रशासन ने क्या कहा
खबर के अनुसार, मामले में बोलते हुए बनासकांठा जिला विकास अधिकारी स्वप्निल खरे ने कहा उस लेटर पैड पर जिस शख्स का साइन है, उसके पास किसी भी आदेश को जारी करने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि पंचायत वर्तमान में एक प्रशासक के अधीन है और सरपंच पद के लिए चुनाव होना है।
इस पर स्वप्निल खरे ने कहा, "प्रशासक ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि जारी किया गया पत्र निराधार है और किसी को भी इसका पालन करने की आवश्यकता नहीं है। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
उन्होंने आगे कहा, "किसी को भी ऐसा कोई लेटर पैड जारी करने का अधिकार नहीं है। पत्र जारी करने वाला व्यक्ति पूर्व सरपंच है। सरपंच का चुनाव होना है और यह वर्तमान में प्रशासक के अधीन है।"
वाघासन ग्राम पंचायत प्रशासक ने क्या कहा
खबर के आधार पर, मामले में बोलते हुए वाघासन ग्राम पंचायत प्रशासक आरआर चौधरी ने कहा है कि उन्हें इस वायरल पोस्ट की खबर मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि वाघासन समूह ग्राम पंचायत को विभाजित किया गया है और वाघासन ग्राम पंचायत को अलग कर दिया गया है। चौधरी के मुताबिक, इसके लिए पिछले साल नवंबर में एक प्रशासक भी नियुक्त हो चुका है।
इस पर उन्होंने आगे कहा, "वर्तमान में, सावपुरा के तलाटी-सह-मंत्री आरआर चौधरी वाघासन ग्राम पंचायत के प्रशासक के रूप में काम कर रहे हैं। इस प्रकार, यह लेटर पैड मौजूदा वाघासन ग्राम पंचायत द्वारा नहीं लिखा गया है और न ही इसका समर्थन करता है। ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"