Bulli Bai App मामले में हुई तीसरी गिरफ्तारी, उत्तराखंड के 21 वर्षीय छात्र को मुंबई साइबर पुलिस ने किया गिरफ्तार
By अनिल शर्मा | Published: January 5, 2022 11:21 AM2022-01-05T11:21:26+5:302022-01-05T11:42:29+5:30
मुंबई पुलिस की साइबर सेल इस मामले में पहले मुख्य अपराधी श्वेता सिंह (18) को उत्तराखंड से और इंजीनियरिंग के छात्र विशाल कुमार (21) को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर चुकी है।
देहरादूनः बुल्ली बाई ऐप मामले में पुलिस ने तीसरी गिरफ्तारी की है। मुंबई साइबर पुलिस ने उत्तराखंड से एक 21 वर्षीय छात्र को गिरफ्तार किया है जिसकी पहचान मयंक रावल के रूप में हुई है। मुंबई पुलिस की साइबर सेल इस मामले में पहले मुख्य अपराधी श्वेता सिंह (18) को उत्तराखंड से और इंजीनियरिंग के छात्र विशाल कुमार (21) को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर चुकी है।
मुंबई पुलिस ने ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म ‘गिटहब’ पर डाले गए ‘बुली बाई’ ऐप पर ‘नीलामी’ के लिए, अनुमति लिए बिना सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की फर्जी तस्वीरें अपलोड किए जाने से संबंधित शिकायतों के बाद अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
वास्तव में ऐसी कोई ‘नीलामी’ या ‘बिक्री’ नहीं हुई थी लेकिन प्रतीत होता है कि इस ऐप का उद्देश्य निशाना बनाई गईं महिलाओं को अपमानित करना और उन्हें डराना था। इनमें कई महिलाएं सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रही हैं। मुंबई साइबर पुलिस थाना ने ऐप के अज्ञात डेवलपर्स और इसे बढ़ावा देने वाले ट्विटर हैंडल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
मुख्य आरोपी कथित तौर पर नेपाल में स्थित अपने दोस्त के निर्देश पर काम कर रहा था। जांच दल के सूत्रों ने कहा कि आरोपी से मिली प्राथमिक जानकारी से पता चला है कि एक नेपाल नागरिक, जिसकी पहचान गियू के रूप में हुई है, उसे ऐप पर की जाने वाली गतिविधियों के बारे में निर्देश दे रहा था। पुलिस उसकी और उससे जुड़े अन्य लोगों की भूमिका की जांच कर रही है।
मंयक की गिरफ्तारी श्वेता सिंह से पूछताछ के बाद हुई है। मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने 5 जनवरी तक ट्रांजिट रिमांड की मांग की है। श्वेता के नाम का खुलासा विशाल कुमार ने किया था, जिसे पहले बेंगलुरु में गिरफ्तार किया गया था। उसने बताया था कि वह महिला के संपर्क में थे और दावा किया कि वह उन लोगों के संपर्क में हैं जो बुल्ली बाई ऐप पर पोस्ट और गतिविधियों पर काम कर रहे थे।