Budget 2022: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बजट पर दी अपनी प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 1, 2022 02:49 PM2022-02-01T14:49:33+5:302022-02-01T15:28:20+5:30
राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्विटर पर लिखा, मोदी सरकार का बजट शून्य राशि का है। इस बजट में सैलरीड क्लास, मिडिल क्लास, गरीब और वंजित वर्ग, युवा, किसान और एमएसएमई सेक्टर के लिए कुछ भी नहीं है।
नई दिल्ली: केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को यूनियन बजट 2022 की घोषणा की। मोदी सरकार के इस बजट को जहां कई विशेषज्ञ बैलेंस मान रहे हैं, तो वहीं विपक्षी दल इसकी आलोचना कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी केंद्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मोदी सरकार के इस बजट को "शून्य राशि वाला बजट" करार दिया दिया।
राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्विटर पर लिखा, मोदी सरकार का बजट शून्य राशि का है। इस बजट में सैलरीड क्लास, मिडिल क्लास, गरीब और वंजित वर्ग, युवा, किसान और एमएसएमई सेक्टर के लिए कुछ भी नहीं है।
M0di G0vernment’s Zer0 Sum Budget!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 1, 2022
Nothing for
- Salaried class
- Middle class
- The poor & deprived
- Youth
- Farmers
- MSMEs
वहीं कांग्रेस ने केंद्र सरकार के इ बजट को मध्यम वर्ग के साथ धोखा बताया है। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर लिखा, भारत के वेतनभोगी वर्ग और मध्यम वर्ग महामारी, चौतरफा वेतन कटौती और बैक ब्रेकिंग इनफ्लेशन (मुद्रास्फीति) के समय में राहत की उम्मीद कर रहे थे। प्रत्यक्ष कर उपायों में वित्तमंत्री और पीएम ने उन्हें फिर से गहरा निराश किया है। यह भारत के वेतन वर्ग और मध्यम वर्ग के साथ विश्वासघात है।
India’s Salaried Class & Middle Class were hoping for relief in times of pandemic, all round pay cuts and back breaking inflation.
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 1, 2022
FM & PM have again deeply disappointed them in Direct Tax measures.
This is a betrayal of India’s Salaries Class & Middle Class.#Budget2022
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, उम्मीद है कि बजट गरीबों और आम लोगों के लिए राहत लाएगा, और बढ़ती मुद्रास्फीति से प्रभावित करदाताओं को पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, कि बजट में बढ़ती असमानता को संबोधित नहीं किया गया है। छोटे उद्योगों को भी इस बजट से कोई राहत नहीं।