लखनऊ: बहुजन समाजवादी पार्टी की प्रमुख मायावती ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि सपा खुद को अंबेडकरवादी दिखाने का ढोंग कर रही है। गुरुवार को उन्होंने समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए एक के बाद एक तीन ट्वीट किए। अपने पहले ट्वीट पर बसपा सुप्रीमो लिखा, "समाजवादी पार्टी द्वारा अपने चाल, चरित्र, चेहरा को ’अंबेडकरवादी’ दिखाने का प्रयास वैसा ही ढोंग, नाटक व छलावा है जैसा कि वोटों के स्वार्थ की खातिर अन्य पार्टियां भी अक्सर यहां ऐसा करती रहती हैं। इनका दलित व पिछड़ा वर्ग प्रेम मुंह में राम बगल में छुरी को ही चरितार्थ करता है।"
दूसरे ट्वीट में उन्होंने समाजवादी पार्टी को बहुजन और अंबडेकर विरोधी बताते हुए लिखा, "वास्तव में परमपूज्य डॉ भीमराव अंबेडकर के संवैधानिक व मानवतावादी आदर्शों को पूरा करके देश के करोड़ों गरीबों, दलितों, पिछड़ों, उपेक्षितों आदि का हित, कल्याण व उत्थान करने वाली कोई भी पार्टी व सरकार नहीं है और सपा का तो पूरा इतिहास ही अंबेडकर व बहुजन विरोधी रहा है।"
उन्होंने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा, "सपा शासनकाल में बाबा साहेब डॉ अंबेडकर के अनुयाइयों की घोर उपेक्षा हुई व उनपर अन्याय-अत्याचार होते रहे। महापुरुषों की स्मृति में बीएसपी सरकार द्वारा स्थापित नए जिले, विश्वविद्यालय, भव्य पार्क आदि के नाम भी जातिवादी द्वेष के कारण बदल दिए गए। क्या यही है सपा का डॉ अंबेडकर प्रेम?"
गौरतलब हैं कि अखिलेश यादव ने सपा को राष्ट्रीय पार्टी बनाने का आह्वान करते हुए बृहस्पतिवार को पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा था कि वे बाबा साहब अंबेडकर और समाजवाद के प्रणेता डॉक्टर राम मनोहर लोहिया के सिद्धांतों पर चलने वाले लोगों को साथ जोड़कर संविधान और लोकतंत्र को बचाएं।