अयोध्या में नहीं बनी बात, अब बृजभूषण शरण सिंह करनैलगंज में अपनी ताकत दिखाएंगे, 11 जून को रैली करेंगे
By राजेंद्र कुमार | Published: June 4, 2023 06:49 PM2023-06-04T18:49:50+5:302023-06-04T18:51:13+5:30
भाजपा के सांसद बृजभूषण सिंह इन दिनों राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर की महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे हैं। इन प्रकरणों की दिल्ली पुलिस की जांच अभी चल रही है। वही दूसरी तरफ उत्तर भारत की खाप पंचायतों ने उनकी गिरफ्तारी के लिए 9 जून तक का अल्टीमेटम दिया है।
लखनऊ: राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर की महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कैसरगंज (गोंडा) से सांसद बृजभूषण शरण सिंह अब पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को करनैलगंज में अपनी ताकत का एहसास कराएंगे। इसके लिए उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र के करनैलगंज में 11 जून को एक बड़ी रैली करने की तैयारी शुरू की है। अयोध्या में पांच जून को होने वाली की रैली रद्द करने के बाद अब बृजभूषण शरण सिंह की ओर से करनैलगंज में रैली एलान किया गया है। यहीं वह अब अपनी राजनीतिक ताकत का अहसास कराएंगे।
बृजभूषण शरण के समर्थक इस रैली को मोदी सरकार के नौ वर्षों की उपलब्धियों को जनता को बताने का कार्यक्रम बता रहे हैं। वही जिले के लोगों का कहना है कि सांसद बृजभूषण शरण सिंह इस रैली के माध्यम से क्षेत्र में अपनी पकड़ का अहसास कराएंगे। अयोध्या में भी वह यही करना चाहते थे। वहां का संत समाज भी उनके समर्थन में है, लेकिन भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने खाप पंचायतों की नाराजगी को देखते हुए उन्हे अयोध्या की रैली को रद्द करने पर मजबूर कर दिया। पार्टी के इस रुख के चलते राजनीतिक लिहाज से बृजभूषण का संकट बढ़ना तय माना जा रहा है। इस पर अंकुश लगाने के लिए ही अब बृजभूषण शरण सिंह ने यह नया दांव चला है।
गौरतलब है कि भाजपा के सांसद बृजभूषण सिंह इन दिनों राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर की महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे हैं। इन प्रकरणों की दिल्ली पुलिस की जांच अभी चल रही है। वही दूसरी तरफ उत्तर भारत की खाप पंचायतों ने उनकी गिरफ्तारी के लिए 9 जून तक का अल्टीमेटम दिया है। मामले को जातीय रंग की ओर बढ़ता देख केंद्र की सरकार और भाजपा नेतृत्व सतर्क हुआ है। इसी सतर्कता के चलते गत 5 जून को अयोध्या में होने वाली बृजभूषण सिंह की जन चेतना रैली को योगी सरकार के शासन-प्रशासन ने हरी झंडी नहीं मिली तो गत शनिवार को बृजभूषण सिंह की ओर से 11 जून को करनैलगंज में रैली एलान किया गया।
अब इस रैली में सांसद बृजभूषण सिंह मोदी सरकार की 9 साल की उपलब्धियां बताते हुए क्षेत्र में अपनी पकड़ का अहसास कराएंगे। हालांकि बीते निकाय चुनावों में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में उनके ना खड़े होने के कारण गोंडा की नवाबगंज नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा का अधिकृत प्रत्याशी चुनाव हार गया था। जिस निर्दल प्रत्याशी ने उसे हराया, उसके मंच पर बृजभूषण के बेटे करन भूषण सार्वजनिक रूप देखे गए थे। ऐसा करके बृजभूषण ने जिले की राजनीति में अपने परिवार की पकड़ का अहसास कराया था और अब फिर वह अपनी ताकत का प्रदर्शन करने जा रहे हैं।
वह रैली के माध्यम से खाप पंचायतों के खिलाफ भी मोर्चा खोलेंगे और पहलवानों के साथ हुए विवाद पर भी बोलेंगे। फिलहाल बृजभूषण सिंह के इस कदम को लेकर भाजपा नेताओं ने नफा-नुकसान का आकलन प्रारंभ कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा हाईकमान ने अपने पदाधिकारियों से कहा है वह बृजभूषण सिंह के पहलवानों से हो रहे विवाद को लेकर कोई भी बयान मीडिया को ना दें। अब देखना यह है कि 11 जून को बृजभूषण सिंह रैली में पीएम मोदी की उपलब्धियों को बताते हुए अपने मन की बात को कैसे रखते हैं।