दिवाली पर राजस्थान मंत्रियों को बोनस, अब आवास भत्ता 10,000 से बढ़ाकर 30,000 सहित कई बढ़ोतरी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 22, 2019 01:14 PM2019-10-22T13:14:41+5:302019-10-22T13:33:00+5:30
इसी तरह राज्य के भीतर यात्रा करने पर मिलने वाला भत्ता 1,000 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये प्रति दिन और राज्य के बाहर यात्रा पर मिलने वाला भत्ता 1,250 रुपये से बढ़ाकर 2,500 रुपये किया गया है।
राजस्थान सरकार ने राज्य के मंत्रियों को देय कई भत्तों में बढ़ोतरी कर दी है। राज्य सरकार ने इस बारे में मंत्री वेतन संशोधन विधेयक अगस्त महीने में विधानसभा में पारित करवाया था।
इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी गयी है। इसके तहत मंत्रियों को मिलने वाला आवास भत्ता 10,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये प्रति माह किया गया है। राज्य सरकार अगर किसी मंत्री को जयपुर में सरकारी आवास उपलब्ध नहीं करवा पाती तो उसे भत्ता देती है।
इसी तरह राज्य के भीतर यात्रा करने पर मिलने वाला भत्ता 1,000 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये प्रति दिन और राज्य के बाहर यात्रा पर मिलने वाला भत्ता 1,250 रुपये से बढ़ाकर 2,500 रुपये किया गया है। इसी तरह, सरकारी बंगले के रखरखाव के लिए मिलने वाले भत्ते में भी बढ़ोतरी की गयी है।
उत्तराखंड में पुलिसकर्मियों के भत्तों में बढ़ोतरी की घोषणा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पुलिसकर्मियों के वर्दी धुलाई भत्ते, स्वच्छकों का मानदेय बढ़ाने तथा विचाराधीन कैदियों के भोजन की राशि को बढ़ाने की सोमवार को घोषणा की। रावत ने यहां आयोजित पुलिस स्मृति परेड में शहीद स्मारक पर पुलिस एवं अर्द्धसैन्य बलों के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद यह घोषणा की।
उन्होंने कहा कि कांस्टेबल से निरीक्षक तक के पुलिसकर्मियों के वर्दी धुलाई भत्ते को 150 रुपये से बढ़ाकर 200 रुपये किया जायेगा जबकि पुलिस विभाग में कार्यरत अंशकालिक स्वच्छकों का मानदेय 1500 से बढ़ाकर 2500 रुपये और विचाराधीन बंदियों के दो समय के भोजन के लिए धनराशि को 45 रुपये से बढ़ाकर 100 रुपये किया जायेगा।
रावत ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाये रखने की जिम्मेदारी निभाते हुए राज्यों के पुलिस बलों और देश के अर्द्धसैन्य बलों के पिछले एक वर्ष में कुल 292 जवानों ने अपनी शहादत दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के भौगोलिक एवं सामरिक दृष्टि से राष्ट्र के लिए अत्यंत संवेदनशील और महत्वपूर्ण होने के कारण राज्य पुलिस के समक्ष अनेक चुनौतियां हैं जिनमें बड़े त्योहार, चारधाम यात्रा, आपदा एवं 2021 में होने वाले महाकुंभ का आयोजन है।
उन्होंने उम्मीद जतायी कि उत्तराखण्ड पुलिस अपनी जन शक्ति एवं संसाधनों से इन चुनौतियों का सामना करने में सफल होगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड के पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों के शहीद जवानों के परिजनों को सम्मानित भी किया।