Sensex crashes: दुनियाभर के बाजारों में ‘काला सोमवार’, कोरोना वायरस से तेल के फिसलने से शेयर बाजारों में हाहाकार

By भाषा | Published: March 9, 2020 07:59 PM2020-03-09T19:59:18+5:302020-03-09T19:59:18+5:30

वैश्विक तेल बाजार में कच्चे तेल के दाम में 30 प्रतिशत तक की गिरावट दिखी। सबसे बड़े तेल निर्यातक सउदी अरब कीमत युद्ध छेड़ने से तेल का बाजार फसल गया। शुक्रवार को प्रमुख तेल उत्पादक देशों की बैठक में उत्पादन कम करने पर सहमति नहीं बन पाने के बाद सउदी अरब ने दाम एकतरफा तरीके से घटा दिए।

'Black Monday' in worldwide markets, oil slipping due to corona virus caused havoc in the stock markets | Sensex crashes: दुनियाभर के बाजारों में ‘काला सोमवार’, कोरोना वायरस से तेल के फिसलने से शेयर बाजारों में हाहाकार

प्रारंभिक कारोबार में लंदन शेयर बाजार का एफटीएसई 100 शेयर सूचकांक 6.3 प्रतिशत नीचे चल रहा था।

Highlightsओपेक की बैठक में रूस ने उत्पादन में कटौती करने से इनकार कर दिया था। सऊदी अरब और अन्य देश कोरोना वायरस के असर से तेल बाजार में गिरावट को देखते हुए उत्पादन में कटौती कराना चाह रहे थे।

लंदनः कोरोना वायरस से पहले ही मंदी की मार झेल रहे शेयर बाजारों में सोमवार को कच्चे तेल के दाम में आई भारी गिरावट से हाहाकार मच गया। दुनियाभर के बाजारों में शेयर बुरी तरह टूट गये और नौ मार्च 2020 का दिन निवेशकों के लिए ‘‘काला सोमवार’’ रहा।

वैश्विक तेल बाजार में कच्चे तेल के दाम में 30 प्रतिशत तक की गिरावट दिखी। सबसे बड़े तेल निर्यातक सउदी अरब कीमत युद्ध छेड़ने से तेल का बाजार फसल गया। शुक्रवार को प्रमुख तेल उत्पादक देशों की बैठक में उत्पादन कम करने पर सहमति नहीं बन पाने के बाद सउदी अरब ने दाम एकतरफा तरीके से घटा दिए। ओपेक की बैठक में रूस ने उत्पादन में कटौती करने से इनकार कर दिया था। सऊदी अरब और अन्य देश कोरोना वायरस के असर से तेल बाजार में गिरावट को देखते हुए उत्पादन में कटौती कराना चाह रहे थे।

तेल ब्रोकरेज कंपनी पीवीएम एसोसिएट्स के विश्लेषक तमस वार्गा ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई अब तेल निर्यात बाजार पर कब्जा बनाये रखने की दिशा में मुड़ गई है।’’ एक अन्य विश्लेषक नील विल्सन ने कहा, ‘‘ यह दिन को बाजारों में काला सोमवार के तौर पर याद किया जायेगा।’’

सोमवार को प्रारंभिक कारोबार में लंदन शेयर बाजार का एफटीएसई 100 शेयर सूचकांक 6.3 प्रतिशत नीचे चल रहा था। इस सूचकांक में ब्रिटेन की शीर्ष कंपनियां शामिल हैं।इसी तरह यूरो क्षेत्र में फ्रेंकफुर्त डीएएक्स 30 सूचकांक 6.8 प्रतिशत और पेरिस बाजार का सीएसी 40 सूचकांक 6.9 प्रतिशत नीचे चल रहा था। इटली के शेयर बाजार में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई। इटली के मिलान और वेनिस शहरों सहित उत्तरी हिस्से को करीब करीब सील कर दिया गया है। प्रशासन यहां कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के प्रयास कर रहा है।

एशियाई बाजारों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। टोकियो का सूचकांक पांच प्रतिशत से ज्यादा घट गया वहीं हांग कांग 4.2 प्रतिशत और सिडनी 7.3 प्रतिशत गिर गया। सउदी अरब का शेयर बाजार नौ प्रतिशत टूट गया वहीं सउदी अरब की मूल्यवान तेल कंपनी आरामको का शेयर मूल्य 10 प्रतिशत नीचे आ गया। दुबई और कुवैत के शेयर बाजार भी इतने ही नीचे आ गये। कच्चे तेल का उत्पादन करने वाली दुनियाभर के तेल कंपनियों को भी कच्चे तेल के दाम घटने का खामियाजा भुगतना पड़ा।

हांग कांग में सूचीबद्ध सीएनओओसी 17 प्रतिशत नीचे आ गया। पेट्रो चाइना का शेयर मूल्य नौ प्रतिशत से अधिक गिर गया। लंदन में बीपी का शेयर मूल्य 18.2 प्रतिशत और शेल का शेयर 12.7 प्रतिशत नीचे आ गया। फ्रांस की प्रमुख पेट्रोलियम कंपनी टोटल का शेयर 11.6 प्रतिशत नीचे आ गया। विश्लेषकों ने फिलहाल इस स्थिति में सुधार आने के बारे में कुछ नहीं कहा है। दुनियाभर में अब तक कोरोना वायरस से एक लाख 10 हजार लोगों के संक्रमित होने के मामले सामने आये हैं। इसमें इटली के यह वायरस तेजी से फैल रहा है। चीन के बाद कोरोना वायरस से प्रभावित होने वालों में यह दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। 

Web Title: 'Black Monday' in worldwide markets, oil slipping due to corona virus caused havoc in the stock markets

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