मानसून सत्र के पहले दिन ही मरांडी को विपक्ष का नेता न मानने पर भाजपा का हंगामा
By भाषा | Published: September 3, 2021 04:23 PM2021-09-03T16:23:27+5:302021-09-03T16:23:27+5:30
झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन ही शुक्रवार को शोक प्रस्ताव पढ़े जाने के दौरान मुख्य विपक्षी भाजपा ने पार्टी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को विपक्ष के नेता की मान्यता न दिये जाने का मामला उठाया और जमकर हंगामा किया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक एवं पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही ने विधानसभा की कार्यवाही प्रारंभ होते ही यह मामला उठाया और विधानसभाध्यक्ष से पूछा कि आखिर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को किस कारण से अभी तक विपक्ष के नेता की मान्यता नहीं दी गयी है? विधानसभाध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने कहा कि इस मुद्दे पर सत्र के दौरान बाद में बात होगी लेकिन शाही बिना रुके बोलते रहे। शाही के समर्थन में भाजपा के विरंचीनारायण, अनंत ओझा, नीलकंठ सिंह मुंडा एवं पूर्व विधानसभाध्यक्ष सीपी सिंह भी आ गए। विधानसभाध्यक्ष ने शाही एवं भाजपा के अन्य विधायकों को शांत होकर शोक प्रस्ताव पर चर्चा करने की सलाह दी क्योंकि यही विधायिका की परंपरा है लेकिन भाजपा विधायक नहीं माने और उन्होंने विधानसभाध्यक्ष द्वारा मरांडी को विपक्ष के नेता की मान्यता न दिये जाने का विरोध जारी रखा। भाजपा विधायकों ने सदन में जमकर नारेबाजी भी की। इस दौरान अपने शोक प्रस्ताव में विधानसभाध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोविड की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। महतो ने कहा कि इस विभीषिका में सभी ने किसी न किसी अपने को खोया है जिसका समाज को दर्द है। मुख्यमंत्री ने बजट सत्र के बाद अब तक दिवंगत हुए लोगों का नाम लेकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने तोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की भूरि भूरि प्रशंसा की और कहा कि इन खिलाड़ियों ने देश का गौरव बढ़ाया जिनमें झारखंड की हाकी खिलाड़ियों निक्की प्रधान एवं सलीमा टेटे भी शामिल थीं। विधानसभाध्यक्ष के साथ पक्ष और विपक्ष ने मिल्खा सिंह, सोली सोराबजी, पंडित राजन मिश्र, दिलीप कुमार, चंदन मित्रा, जगन्नाथ पहाड़िया, आरएल भाटिया समेत तमाम अन्य दिवंगत हस्तियों को श्रद्धांजलि दी जिसके बाद विधानसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी। मानसून सत्र में अब सोमवार से चार दिनों की कार्यवाही शेष है जिसमें प्रथम अनुपूरक बजट पेश किया जायेगा और एक दिन रोजगार एवं महंगाई पर चर्चा कराने का भी आज कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में निर्णय लिया गया।
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